बांग्लादेश में एक हिन्दू परिवार की 8 एकड़ जमीन पर सत्तारूढ़ अवामी लीग (एएल) पार्टी से जुड़े इस्लामी कट्टरपंथियों के एक समूह ने कब्जा कर लिया है। आपको बात दें कि जब हिन्दू परिवार की और से इस घटना की शिकायत पुलिस में की गई तो प्रशासन की और से कोई भी संज्ञान नहीं लिया गया। जानकारी है कि इस मामले के दौरान जिहादियों ने पीड़ित परिवार को धमकी भी दी और शिकायत वापस लेने का दबाव भी बनाया।
बता दें कि इस घटना में आरोपी एएल नेता हफीजुल इस्लाम, अबुल कलाम, हजरत अली और रेदवान अहमद शामिल हैं। जानकारी है कि हफीजुल और अबुल क्रमशः पतिकपारा यूनियन वार्ड नंबर 4 के पार्टी अध्यक्ष और महासचिव हैं। जानकारी है कि इन जिहादियों ने पीड़िता परिवार को उनकी ही जमीन पर जाने से माना कर दिया और उनको अपनी जमीन पर जाने से गंभीर नतीजा भुगतने की धमकी तक दे दी है।
पीड़ित परिवार ने आरोपियों और उनके समर्थकों पर गंभीर आरोप लगाए है। पीड़ित परिवार का कहना है कि 40 से 45 साल पहले कटाव के कारण उनकी पैतृक भूमि का एक बड़ा हिस्सा तीस्ता नदी में चला गया था। लगभग 10 साल पहले उसी जगह पर नदी के तल से एक विशाल भूभाग उभरा और धीरे-धीरे नदी से घिरी भूमि में बदल गया।
उन्होंने बताया कि उसके बाद से इस जमीन पर खेती कर रहे थे। लेकिन 13 नवंबर 2023 को जब वे और पीड़ित परिवार की एक महिला सुशीला मक्के की रोपाई के लिए गए तो आरोपित उस जमीन पर अपना दावा करने लगे। उन्होंने बताया कि आरोपितों और उनके समर्थकों ने उन्हें बेरहमी से उनके साथ मार-पीट की और जमीन से भगा दिया। पीड़ित परिवार के मुख्य रथींद्र की पत्नी सुशीला का कहना है कि आरोपित अब उनके पति पर एक गैर-न्यायिक स्टांप पर दस्तखत करने का दबाव डाल रहे हैं। इसमें लिखा है कि वह जमीन का मालिकाना हक उन्हें सौंप रहे हैं।