एक ओर जहां देशभर में लॉकडाउन चल रहा था वहीँ दूसरी ओर इसी लॉकडाउन के बिच में देश की राजधानी से महज कुछ हीं किलोमीटर की दूरी पर चल रहा था लैंड जिहाद। मामला बेहद हीं गंभीर और हैरान करने वाला है। लैंड जिहाद का ये कोई पहला ऐसा मामला नहीं है। पिछले साल भी लॉकडाउन के दौरान नोएडा के कई महत्वपूर्ण स्थानों पर मज़ार जिहाद हुआ था।
उस समय भी सुदर्शन न्यूज़ ने मजार जिहाद की घटनाओं को प्रमुखता से उठाया था। इस बार ताज़ा मामला सामने आया है नोएडा के सेक्टर 51 से जहां पर ग्रीनबेल्ट में जिहादियों ने मज़ार के आड़ में अवैध कब्जा किया है। 130 मीटर जमीन कब्रिस्तान के नाम पर सेक्टर 51 में मौजूद है, मगर अब उस 130 मीटर जमीन के आसपास के क्षेत्र को भी एक बड़े साजिश के तहत कब्ज़ा किया जारहा है। सेक्टर वासियों का कहना है की ये एक बड़ी साजिश है।इस क्षेत्र में जबरन जिहादी उन्माद फ़ैलाने की कोशिश हो रही है।
अगर कब्रिस्तान के 130 मीटर जमीन की जमीन को छोड़ दे तो बाकी बचे आसपास की जमीन ग्रीन बेल्ट के लिए अलॉट है। मगर अब ग्रीन बेल्ट की जमीन को घेरने का काम जिहादियों द्वारा पूरे जोरशोर से जारी है।नोएडा अथॉरिटी की सरकारी जमीन पर लगभग 12 फुट ऊंची बाउंड्री चारों तरफ से खड़ी कर दे गई है। जब सुदर्शन न्यूज़ ने इस पूरी साजिश की तह तक पड़ताल की तो पता चला की सारा निर्माण अवैध तरीके से चल रहा था और इसकी कोई परमिशन अथॉरिटी की तरफ से मुस्लिम समुदाय को नहीं दी गई थी।
जब नोएडा के हिंदू संगठनों ने विरोध किया तो प्रशासन की नींद टूटी और आननफानन में अवैध दीवार को तोड़ना शुरू किया गया।दीवार इतनी ऊँची थी की आज भी पूरे दिन हथौड़े चलते रहे मगर पूरी तरीके से अब भी नहीं टूट पाई है। स्थानीय लोगों काहना है की जितनी जमीन अलॉट की गई है उतने पर बाउंडरी होती है तो उन्हें कोई आपत्ति नहीं। मगर सवाल यहां ये है की प्रतिबंधित क्षेत्र में आखिर निर्माण हो क्यों रहा है।