राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू रविवार यानी 31 मार्च को अनुभवी राजनेता लाल कृष्ण आडवाणी को देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से सम्मानित करेंगी. दरअसल, राष्ट्रपति मुर्मू भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी के आवास पर जाकर उन्हें इस प्रतिष्ठित पुरस्कार से सम्मानित करेंगे. वहीं आज यानी शनिवार को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने 4 शख्सियतों को मरणोपरांत भारत रत्न से सम्मानित किया.
प्राप्त जानकारी के अनुसार लालकृष्ण आडवाणी के खराब स्वास्थ को देखते हुए यह निर्णय लिया गया है. साथ ही इस जानकारी मिली है कि इस अवसर पर लालकृष्ण आडवाणी के आवास पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह भी उपस्थित रहेंगे.
पीएम मोदी ने कही थी यह बात
बता दें कि लालकृष्ण आडवाणी को भारत रत्न से सम्मानित किए जाने का जानकारी देते हुए पीएम मोदी ने ट्वीट करके लिखा था कि मुझे यह बताते हुए बहुत खुशी हो रही है कि लालकृष्ण आडवाणी जी को भारत रत्न से सम्मानित किया जाएगा. मैंने भी उनसे बात की और इस सम्मान से सम्मानित होने पर उन्हें बधाई दी. पीएम मोदी ने आगे कहा कि हमारे समय के सबसे सम्मानित राजनेताओं में से एक, भारत के विकास में उनका योगदान अविस्मरणीय है. उनका जीवन जमीनी स्तर पर काम करने से शुरू होकर हमारे उपप्रधानमंत्री के रूप में देश की सेवा करने तक का है.
पीएम मोदी ने आगे लिखा था कि उन्होंने हमारे गृह मंत्री और सूचना एवं प्रसारण मंत्री के रूप में भी अपनी पहचान बनाई. उनके संसदीय हस्तक्षेप हमेशा अनुकरणीय और समृद्ध अंतर्दृष्टि से भरे रहे हैं. उन्होंने लिखा कि "सार्वजनिक जीवन में आडवाणी जी की दशकों लंबी सेवा को पारदर्शिता और अखंडता के प्रति अटूट प्रतिबद्धता द्वारा चिह्नित किया गया है, जिसने राजनीतिक नैतिकता में एक अनुकरणीय मानक स्थापित किया है. उन्होंने राष्ट्रीय एकता और सांस्कृतिक पुनरुत्थान को आगे बढ़ाने की दिशा में अद्वितीय प्रयास किए हैं. उन्हें भारत रत्न से सम्मानित किया जाना मेरे लिए बहुत भावुक क्षण है. मैं इसे हमेशा अपना सौभाग्य मानूंगा कि मुझे उनके साथ बातचीत करने और उनसे सीखने के अनगिनत अवसर मिले."
सबसे ज्यादा समय तक संभाला राष्ट्रीय अध्यक्ष का पद
जानकारी के लिए बता दें कि लालकृष्ण आडवाणी पार्टी के एकमात्र ऐसे नेता रहे हैं जो 1980 में भारतीय जनता पार्टी के गठन के बाद से ही सबसे ज्यादा समय तक पार्टी में राष्ट्रीय अध्यक्ष पद पर बने रहे हैं. बता दें कि पहली बार वह 1986 से 1990 तक अध्यक्ष रहे और उसके बाद 1993 से 1998 और फिर 2004 से 2005 तक पार्टी अध्यक्ष रहे. वहीं, बतौर सांसद 3 दशक की लंबी पारी खेलने के बाद आडवाणी पहले गृह मंत्री रहे, बाद में अटल जी की कैबिनट में (1999-2004) उप-प्रधानमंत्री बने.