इनपुट-अंशुमान दुबे, लखनऊ
लखनऊ विकास प्राधिकरण के जोन दो के प्रभारी देवांश त्रिवेदी के नेतृत्व में लखनऊ विकास प्राधिकरण ने एक दशक पुराने कॉम्प्लेक्स को अवैध बताते हुए सील कर दिया । बताया जाता है कि सील हुआ के के कॉम्प्लेक्स हितेश्वर तिवारी नामक व्यक्ति का था और इसका वाद विहित प्राधिकारी कोर्ट में चल रहा था इसके सीलिंग और ध्वस्तीकरण के आदेश हुए थे मगर अपनी पहुंच और रसूख से अब तक इस निर्माण को हितेश्वर तिवारी बचाते आए थे ।
हालांकि आस पास के लोगों का कहना है कि शिकायत तो यहां पर सेक्टर जे में बने एक नौकरशाह के अवैध कॉम्प्लेक्स की भी थी और सेक्टर एल में बने एक विधायक और एक बड़े राजपत्रित अधिकारी की भी लेकिन उनके विरुद्ध कार्यवाही नहीं की गई और जो निर्माण एक दशक से था उस पर सीलिंग हो गई ।
खजाना चौराहे कर बने के के कॉम्प्लेक्स में कुछ महीने पहले ही भीषण आग लगी थी और हितेश्वर तिवारी द्वारा उसी को ठीक करवाया जा रहा था । सूत्र बताते हैं कि कुछ दिन पूर्व से एलडीए के स्थानीय अभियंता यहां चक्कर लगा रहे थे और काम बन्द करने को बोला था लेकिन इसी बात को लेकर कहासुनी हो गई और भूस्वामी द्वारा अपशब्दों का प्रयोग किया गया जिसके बाद आज 10 फरवरी 2024 को भारी सुरक्षा बलों की मौजूदगी में सील कर उसे आशियाना पुलिस की अभिरक्षा में सौंप दिया गया।