देश में श्री कृष्ण जन्माष्टमी की धूम मची हुई है। इस बार जन्माष्टमी की तिथि को
लेकर भी भ्रम की स्थिति थी। इस बार जन्माष्टमी मथुरा और वृंदावन के आधार पर मनाई
जा रही है। भागवत
पुराण के अनुसार श्री कृष्ण का जन्म भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को
हुआ था। उस समय मध्य रात्रि का समय था और रोहिणी नक्षत्र था। मान्यता है इस आधार
पर भगवान श्रीकृष्ण की कुंडली वृषभ लग्न की है। उस समय कान्हा के लग्न में चंद्रमा
उच्च का था। कहते हैं यहीं कारण है कई श्री कृष्ण इसी कारण से सभी 64 कलाओं में निपुण थे।
बता
दें कि आज 19 अगस्त
के दिन जन्माष्टमी की पूजा के लिए शुभ मुहूर्त इस प्रकार है। ब्रह्म
मुहूर्त- प्रातः 04:32 से प्रातः 05:16 तक, वहीं अभिजित मुहूर्त- दोपहर 12:04 से दोपहर 12: 56 तक तो गोधूलि मुहूर्त-सायं
06:47
से सायं 07:11तक का है। श्री कृष्ण जन्माष्टमी के शुभ
अवसर पर 19
अगस्त को प्रातः 9:48 बजे से चंद्रमा व मंगल दोनों ही
वृष राशि में रहेंगे। वृषभ राशि में चंद्रमा और मंगल के होने के कारण महालक्ष्मी
योग का निर्माण होगा। इसके साथ ही सूर्य व बुध ग्रह भी सिंह राशि में रहेंगे जो की
बुधादित्य योग का निर्माण करेगा।
कहा
जाता है कि श्री कृष्ण का जन्म रोहिणी नक्षत्र में हुआ था। इसीलिए रोहिणी नक्षत्र
का विशेष महत्व है। लेकिन इस बार जन्माष्टमी की किसी भी तिथि पर रोहिणी नक्षत्र का
संयोग नहीं है। हिन्दू पंचांग के आधार पर रोहिणी नक्षत्र 20 अगस्त को रात्रि 01: 54 से लग रहा है। इस बार
जन्माष्टमी कृतिका नक्षत्र में मनाई जा रही है।
उत्तर
प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पिछले साल की तरह इस बार भी मथुरा में
जन्माष्टमी मनाएंगे। 19 अगस्त
को वह भगवान श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव में हिस्सा लेंगे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ
ने ट्वीट कर जन्माष्टमी की भी बधाई दी है।