इनपुट-अखिल तिवारी
उत्तर प्रदेश के अंदर विधान परिषद के चुनाव के लिए सभी उम्मीदवारों ने नामांकन पत्र दाखिल कर दिया है। बीजेपी की तरफ से 10 उम्मीदवारों ने भी पर्चा दाखिल कर दिया है।
बीजेपी की तरफ से जो 10 प्रत्याशी हैं वे क्रमशः उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा,पूर्व आईएएस अरविंद शर्मा, कुंवर मानवेन्द्र सिंह, लक्ष्मण आचार्य,बीजेपी प्रदेश महामंत्री गोविंद नारायण शुक्ला , अश्वनी त्यागी,सलिल बिश्नोई, धर्मवीर प्रजापति और सुरेंद्र चौधरी हैं। वर्तमान राजनीति की गणित को देखा जाए तो इनका जीतना लगभग तय हैं।
13वें प्रत्याशी कौन हैं?
वहीं बात अगर समाजवादी पार्टी कि की जाए तो अहमद हसन और राजेंद्र चौधरी पहले की नामांकन कर चुके हैं,लेकिन 13वें प्रत्याशी के रूप में निर्दलीय महेश चंद्र शर्मा ने पर्चा दाखिल करके सियासत में हलचल बढ़ा दी, नामांकन पत्र जांच के बाद पर्चा खारिज नही होता है तो चुनाव करना आवश्यक हो जाएगा।
क्या है सीटों का समीकरण
एक एमलसी सीट के लिए 32 वोट की आवश्यकता है अगर बात कांग्रेस की करें तो उनके पास 7 विधायक हैं,लेकिन अदिति सिंह और राकेश सिंह बागी हो चुके हैं तो 5 ही विधायक समझा जाये कांग्रेस के पास,ओम प्रकाश राजभर भी अब बीजेपी में नही हैं तो उनकी पार्टी के 4 विधायक हैं।साथ मे विजय मिश्रा निर्दलीय विधायक हैं जो जेल में हैं और राज भैया उर्फ रघुराज प्रताप सिंह भी निर्दलीय विधायक हैं। अगर 13वें प्रत्याशी के आने से चुनाव हुआ तो इनकी भूमिका अहम होगी।
समाजवादी पार्टी ने 2 प्रत्याशी उतारे हैं उनके पास 48 विधायक हैं लेकिन नितिन अग्रवाल सपा से अलग हो गए हैं,शिवपाल यादव विधायक हैं लेकिन उन्होंने प्रसपा पार्टी बना ली है।और आजम खान के बेटे अब्दुला खान के विधायकी का मामला कोर्ट में विचाराधीन है,तो कुल मिलाकर उनके पास भी 45 विधायक हैं ऐसे में उन्हें 2 प्रत्याशी जिताने के लिए 19 विधायक और चाहिए होंगे।फिलहाल आने वाला समय बताएगा किसके खाते में कितने एमलसी आते हैं।