अपने प्रशंसकों को रुला कर चले गए बॉलीवुड अभिनेता इरफान खान की मौत के बाद में चारों तरफ शोक का माहौल है। दुनिया भर से उन्हें श्रद्धांजलि दी जा रही है लेकिन ऐसे में यह जानना बेहद जरूरी है कि आखिर वो कौन सी बीमारी थी जिससे लड़ कर जिंदगी की जंग हार गया बॉलीवुड का यह बेहद जीवट अभिनेता..
आखिर क्या है न्यूरोएंडोक्राइन ट्यूमर जिससे लड़ रहे थे इरफान खान।
इरफान खान बॉलीवुड और हॉलीवुड का जाना माना नाम जिनका आज 29 अप्रैल को निधन हो गया है। उनके पेट में इंफेक्शन की वजह से उनका आज निधन हो गया। साल 2018 में इरफान खान न्यूरोएंडोक्राइन ट्यूमर,
जैसी बीमारी से पीड़ित हुए थे। इसका साल भर लंदन में इलाज करवाने के बाद ठीक हुए थे। लेकिन मंगलवार 28 अप्रैल को उनकी तबियत खराब होने पर मुंबई के कोकिलाबेन अस्पताल मी उन्हे भरती कराया गया था और अगले दिन बुधवार को उनका निधन हो गया।
आखिर क्या है न्यूरोएंडोक्राइन ट्यूमर जिससे लड़ रहे थे इरफान खान।
इस तरह का ट्यूमर शरीर के उन हिस्सों में बनता है, जहां हार्मोन्स बनते और रिलीज होते हैं। जिन सेल्स में यह ट्यूमर पैदा होता है वह हार्मोन्स बनाने वाले एंडोक्राइन सेल्स और नर्व सेल्स का कॉम्बीनेशन होते हैं। इरफान खान ने अपने ट्वीट में लिखा था कि न्यूरो का मतलब सिर्फ दिमागी नसों से नहीं है। न्यूरोक्राइन सेल्स पूरे शरीर में पाए जाते हैं, जैसे- फेफड़ों में, गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल ट्रैक्ट जिसमें पेट और आंत भी आते हैं। न्यूरोक्राइन सेल्स हमारे शरीर में कई तरह के काम करते हैं, जैसे शरीर में हवा और खून के बहाव को फेफड़ों के जरिए बनाए रखना आदि।
न्यूरोएंडोक्राइन ट्यूमर का इलाज संभव तब ही होता है जब इसका सही समय पर पता चल जाए। यह बीमारी बहुत खतरनाक होती है। न्यूरोएंडोक्राइन ट्यूमर और ट्यूमर्स की तुलना बहुत धीरे धीरे विकसित होता है। डॉक्टर इस बीमारी का इलाज सर्जरी, रेडिएशन थेरेपी या फिर कीमियोथेरेपी की मदद से करते हैं। जो शरीर में एमिनो एसिड्स बनाने का काम करते हैं। यही वजह है कि रोगी के शरीर में न्यूरोएंडोक्राइन ट्यूमर के लक्षण नजर आने लगते हैं।