सुदर्शन के राष्ट्रवादी पत्रकारिता को आर्थिक सहयोग करे

Donation

मेरठ के किसान महापंचायत में गरजे केजरीवाल और कहा कि केंद्र सरकार के तीनों कृषि बिल किसानों के लिए डेथ-वारंट

मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि फसलों के सही दाम मिलते तो देश का किसान आत्महत्या नहीं करता। सभी पार्टियां चुनाव से पहले किसानों का लोन माफी करने की बात करते हैं, लेकिन चुनाव जीतने के बाद कहते हैं कि पैसा नहीं है। चुनाव से पहले कहते हैं कि नौकरियां देंगे, लेकिन किसी ने नहीं दी। अब किसानों के ज़िंदगी मौत की बात आ गई है। केंद्र सरकार ने कृषि कानून बनाए हैं वो किसानों के डेथ वारंट है।

Alok Jha
  • Feb 28 2021 6:04PM
केंद्र सरकार के तीनों कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का लगातार आंदोलन लगातार जारी है । आज  दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने  किसानों की महापंचायत में शामिल होने मेरठ पहुँचे । जहाँ केजरीवाल ने किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि आज देश का किसान पीड़ा में है, बहुत दुखी है ।  95 दिनों से कड़कती ठंड में दिल्ली के बॉर्डर पर किसान भाई अपने परिवार के साथ धरने पर बैठा हैं और 250 किसान शहीद हो गए, लेकिन केंद्र सरकार किसानों की पीड़ा को सुनने के लिए तैयार नही है । आगे दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि 70 सालों में किसानों को सभी पार्टियों ने धोखा दिया है । 70 सालों से किसान सिर्फ फसल का सही दाम मांग रहे है। लेकिन  सभी पार्टियां अपने घोषणा पत्र में सही दाम देने की बात कहती हैं, लेकिन दिया एक नए नहीं। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि फसलों के सही दाम मिलते तो देश का किसान आत्महत्या नहीं करता। सभी पार्टियां चुनाव से पहले किसानों का लोन माफी करने की बात करते हैं, लेकिन चुनाव जीतने के बाद कहते हैं कि पैसा नहीं है। चुनाव से पहले कहते हैं कि नौकरियां देंगे, लेकिन किसी ने नहीं दी। अब किसानों के ज़िंदगी मौत की बात आ गई है। केंद्र सरकार ने कृषि कानून बनाए हैं वो किसानों के डेथ वारंट है।

अरविंद केजरीवाल ने आगे कहा कि इस कानून के बाद मालिक किसान मजदूर बन जाएगा। 2014 के चुनाव में  भाजपा ने अपने घोषणा पत्र में कहा था कि स्वामीनाथन रिपोर्ट लागू करेंगे। भोले भाले किसानों ने वोट दे दिया। सरकार बनने के 3 साल बाद इसी सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में लिखकर दे दिया कि एमएसपी लागू नहीं कर सकते हैं। ये किसान हैं, इतने ज़ुल्म तो किसानों पर अंग्रेज़ों ने भी नहीं किए थे। कीले ठोकने का काम कर रहे हैं । 
इसके साथ ही दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने केंद्र सरकार पर बड़ा आरोप लगाते हुए कहा इनके इशारे पर लाल किले का कांड हुआ । 

सीएम केजरीवाल ने कहा कि वो इन्ही के लोग थे जिन्होंने झंडे लाल किले पर झंडे पहराये । लोगों ने किसान नेताओं को बताया कि ये खुद ही रास्ता दे रहे थे कि इस रास्ते से जाओ। किसान का बेटा सरहद पर बैठा है, दूसरा दिल्ली के बॉर्डर पर और जब उसे आतंकवादी कहा जाता है तो सरहद पर बैठे बेटे के दिल पर क्या गुज़रती है।  इन्होंने दिल्ली में जेल बनाने के लिए मेरे पास फ़ाइल भेजी, फिर फ़ोन पर फ़ोन किए, लेकिन मैंने जेल नहीं बनने दी क्योकि मुझे पता था जेल में डाल देंगे तो आंदोलन टॉय टॉय फिस हो जाएगा । 

 आगे अरविंद केजरीवाल ने कहा कि कहा कि हमने टॉयलेट, वाइफाई की व्यवस्था की है। 28 जनवरी की रात को जो कुछ टीवी पर देखा तो यकीन नहीं हुआ. हमारे देश के महान किसान नेता महेंद्र टिकैत के बेटे राकेश टिकैत पर गुंडे भेजकर भेजकर जो किया उनके आंसू निकल गए । मैंने संजय सिंह को भेजा फिर उनसे मैंने बात की। उन्होंने जो इंतज़ाम करने को कही वो मैंने करवा दी और कहा डटे रहो। 


दिल्ली के मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि उत्तर प्रदेश की एक मंडी बता दो, जहां एमएसपी पर धान उठता हो या कोई भी फसल उठती हो तो सुबह शाम झूठ क्यों बोलते हो कि एमएसपी है और रहेगी। जब किसान नेता मिल कर आए तो एक मंत्री ने कहा एमएसपी नहीं दी जा सकती। मैं पढ़ा लिखा हूं आपको बता रहा हूं, इस देश में एक नया पैसा खर्च किए बिना सरकार 23 फसलों को MSP पर उठा  सकती है। ये कहते हैं कि 17 लाख करोड़ लगेंगे, किसान ये पैसा फ्री नहीं मांग रहा, बदले में आपको किसान अपनी फसल देगा। 

उन्होंने आगे कहा कि सरकार उस फसल को मार्केट में बेचकर 17 लाख करोड़ पर किसी साल में मुनाफा और कभी नुकसान होगा. 10-15 साल में सब बराबर हो जाएगा और अगर एक लाख करोड़ का नुकसान हो भी गया तो किसानों के परिवार तो खुश हो आएंगे। अगर 8 लाख करोड़ रुपये अमीरों के लिए माफ कर सकते हो तो किसानों को एक लाख नहीं छोड़ सकते हैं। किसानों को एमएसपी क्या गन्ने की फसल का नया पैसा नहीं मिलता. मिल मालिक 18 हज़ार करोड़ रुपये रोक कर बैठे हैं। मैं योगी से पूछना चाहता हूं कि क्या मजबूरी है जो आप इन मालिकों को ठीक नहीं कर सकते?

सहयोग करें

हम देशहित के मुद्दों को आप लोगों के सामने मजबूती से रखते हैं। जिसके कारण विरोधी और देश द्रोही ताकत हमें और हमारे संस्थान को आर्थिक हानी पहुँचाने में लगे रहते हैं। देश विरोधी ताकतों से लड़ने के लिए हमारे हाथ को मजबूत करें। ज्यादा से ज्यादा आर्थिक सहयोग करें।
Pay

ताज़ा खबरों की अपडेट अपने मोबाइल पर पाने के लिए डाउनलोड करे सुदर्शन न्यूज़ का मोबाइल एप्प

Comments

संबंधि‍त ख़बरें

ताजा समाचार