कासगंज में शराब माफिया के खिलाफ कार्यवाही करने गई पुलिस टीम पर जानलेवा हमला करने वालो पर पुलिस कहर बनकर टूट रही है। पुलिस पार्टी पर हमला करने वाले एक आरोपी एलकार को पुलिस ने मुठभेड़ में ढेर कर दिया है, वही दूसरी तरफ घटना का मुख्य आरोपी मोती धीमर अभी फरार है। जानकारी के मुताबिक सिढ़पुरा थाना क्षेत्र के नगला धीमर के निकट काली नदी के किनारे यह मुठभेड़ हुई है।
अवैध शराब का कारोबार बंद कराने गई थी पुलिस पार्टी -
पुलिस पार्टी के ऊपर यह जानलेवा हमला तब हुआ जब वो कासगंज के सिढ़पुरा क्षेत्र के गांव नगला धीमर में अवैध शराब का कारोबार बंद कराने गई थी। पुलिस के छापे की खबर शराब माफियाओं को पहले ही लग गई जिसके बाद आरोपियों ने पुलिस टीम को बंधक बनाकर उनको बुरी तरह मारा पीटा और फिर दोनों को गायब कर दिया था। दोनों की खोज में पहुँची पुलिस को सब इंस्पेक्टर घायल अवस्था में खेत में मिले थे जबकि सिपाही की लाश दूसरी जगह से बरामद हुई थी।
सीएम योगी ले रहे है पल पल का अपडेट-
कासगंज में हुई इस भयावह घटना के बाद मुख्यमंत्री योगी प्रशासनिक अमले से पल-पल की जानकारी ले रहे हैं। सीएम योगी ने इस घटना में शामिल तत्वों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही उन्होंने घायल पुलिसकर्मी का समुचित उपचार कराने के निर्देश भी दिए है। इस घटना में शहीद सिपाही देवेंद्र के परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए शहीद के परिजनों को 50 लाख रुपये की आर्थिक मदद के साथ ही आश्रित को सरकारी नौकरी देने का आश्वासन दिया है।
क्यो बुलंद थे शराब माफियाओं के हौसले -
नगला धीमर गाँव काली नदी की तलहटी में बसा हुआ है. चूँकि काली नदी के दूसरी तरफ जनपद एटा की सीमा लगती है। जिसका थाना बागबालाउस तरफ लगता है, जब भी पुलिस पार्टी यहाँ दबिश देती है ये अक्सर भीषण ठंड में भी नदी में कूदकर उस तरफ निकल जाते है। इसमें कई बार दोनों जिलों की पुलिस ने भी संयुक्त कार्यवाही की लेकिन ये शारब माफिया जब भी मौका मिलता है अवैध शराब का निर्माण करने से नहीं चूकते है।