समाजवादी पार्टी से राज्यसभा सांसद बेनी प्रसाद वर्मा के निधन के बाद खाली हुई सीट पर भाजपा उम्मीदवार जयप्रकाश निषाद को निर्विरोध चुन लिया गया है। जय प्रकाश निषाद के खिलाफ किसी अन्य पार्टी ने अपना उम्मीदवार नहीं उतारा था। सोमवार को विधानसभा निर्वाचन अधिकारी ने उन्हें प्रमाण पत्र सौंप दिया। उनका कार्यकाल 5 मई 2022 तक रहेगा।
बहुजन समाज पार्टी छोड़ कर भाजपा में आये जयप्रकाश निषाद 2012 में बसपा की टिकट पर चौरीचौरा सीट से विधायक निर्वाचित हुए थे। 2018 में।जयप्रकाश निषाद भाजपा में शामिल हो गए। वह इससे पहले सपा और बसपा में भी रह चुके हैं। फिलहाल निषाद गोरखपुर क्षेत्र से भारतीय जनता पार्टी के उपाध्यक्ष हैं। 13 अगस्त को उन्होंने सीएम योगी की मौजूदगी में अपना नामांकन दाखिल किया था। निर्विरोध निर्वाचन के बाद उनका लखनऊ के वीवीआईपी गेस्ट हाउस में स्वागत हुआ। भाजपा की प्रशंसा करते हुए निषाद ने कहा कि भाजपा के अंदर सभी वर्गों का हित सुरक्षित है।
दरसल उत्तर प्रदेश में 14% निषाद समुदाय के लोग हैं। भाजपा ने जय प्रकाश निषाद को टिकट देकर एक तीर से कई निशाने साधे हैं। भाजपा ने अति पिछड़ों पर अपनी पकड़ को मजबूत करने के साथ पूर्वांचल में पार्टी की ताकत देने की रणनीति को आगे बढ़ाया है।