सुदर्शन के राष्ट्रवादी पत्रकारिता को आर्थिक सहयोग करे

Donation

महानाट्य जाणता राजा के 5वें दिन माता जीजाबाई की ललकार से रोमांचित हो उठे दर्शक

इस पर भी जब उनके पति विद्रोह करने के लिए तैयार नहीं हुए तो स्वयं माता जीजाबाई ने तुलजा भवानी से वरदान मांगा कि हे माता महाराष्ट्र के लोगों की रक्षा के लिए प्रकट हो जा। नाट्य के समय राष्ट्रप्रेम

रजत के.मिश्र, Twitter - rajatkmishra1
  • Oct 31 2023 3:54PM

इनपुट- रजत के. मिश्र, लखनऊ,Twitter - rajatkmishra1

महाराज छत्रपति शिवाजी के जीवन चरित्र पर आधारित महानाट्य जाणता राजा के पाँचवें दिन जनेश्वर मिश्रा पार्क के पण्डाल में प्रदेश के कई जिलों से आये हजारों दर्शकों में तब जोश दिखाई दिया जब नाट्य शुरू होते ही शिवाजी की माता जीजाबाई ने अपने पति को मुगल सल्तनत के खिलाफ ललकारते हुए बागवत की बात कही और कहा कि महाराज आप यह युद्ध किसके लिए लड़ रहे हैं। इन मुगलों ने महाराष्ट्र के हजारों हिन्दुओं की बहन बेटियों की इज्जत लूटी है और लगातार यह मुगल हिन्दुओं को पैरों से कुचल रहे हैं। 

इस पर भी जब उनके पति विद्रोह करने के लिए तैयार नहीं हुए तो स्वयं माता जीजाबाई ने तुलजा भवानी से वरदान मांगा कि हे माता महाराष्ट्र के लोगों की रक्षा के लिए प्रकट हो जा। नाट्य के समय राष्ट्रप्रेम के प्रति विशेष झलक तब दिखायी दी जब खचाखच भरा पण्डाल जय भवानी-जय शिवाजी के उद्घोश गूंज उठा। सायं 5 बजे नाट्य शुरू होते ही दर्शकों में उत्साह और स्फूर्ति दिखायी दे रही थी। नाट्य के दौरान भारत का शौर्य पराक्रम और स्वाभिमान साक्षात् शिवाजी महाराज में दिखाई दे रहा था। शिवाजी ने यह भी कहा कि राजा प्रजा का सेवक होता है जिसके राज्य में प्रजा सुखी होती वहीं सफल राजा होता है। 

शिवाजी स्वयं राज्य स्वीकार नहीं कर रहे थे, वह अपनी भारत माता और महाराष्ट्र को मुगलों के आतंक और चंगुल से मुक्त कराने के लिए अपनी सेना बनाकर लगातार उनसे भयानक युद्ध कर रहे थे। उन्होंने कुछ ही सालों में मुगलिया सैनिकों में भय व्याप्त कर दिया था। इससे मुगल शासक चीख-चीख कर अपने सेनापतियों और सैनिकों पर खींच रहा था और साथ ही शिवाजी की वीरता का बखान भी कर रहा था। इस तीन घंटे के मंचन को देख रहे हजारों दर्शक झूम उठे और बीच-बीच में जय भवानी-जय शिवाजी के नारों से पण्डाल गूंजने लगा।  

दिव्य प्रेम सेवा मिशन के द्वारा दिनाँक 26 से 31 अक्टूबर 2023 तक हिंदवी स्वराज स्थापना के 350वें वर्ष पर छत्रपति शिवाजी महाराज के जीवन पर आधारित विश्व के सबसे बड़े महानाट्य ‘जाणता राजा’ का आयोजन लखनऊ, उ0प्र0 के जनेश्वर मिश्र पार्क में किया जा रहा है। आज पांचवें दिन भी खचाखच भरे पण्डाल में लगभग 15 हजार दर्शक ने इस महानाट्य मंचन को देखा। 

आज कार्यक्रम के दौरान अतिथि के रूप में प्रदेश के उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक, कैबिनेट मंत्री जितिन प्रसाद, कैबिनेट मंत्री सुरेश खन्ना ,  श्यामनन्दन सिंह अध्यक्ष गो-सेवा आयोग, बौद्धिक प्रमुख मिथिलेश, हाईकोर्ट के न्यायमूर्ति श्रीप्रकाश सिंह ,  न्यायमूर्ति सौरभ लावानिया , न्यायमूति  मंजीव शुक्ला , विधायक सरोजनी नगर डॉ0 राजेश्वर सिंह, विधायक नागेन्द्र सिंह राठौर , अपर महाधिवक्ता विनोद कुमार शाही , शासकीय अधिवक्ता डॉ0 वी0के0 सिंह , वरिष्ठ प्रचारक वीरेन्द्र सिंह , वरिष्ठ प्रचारक युद्धवीर, सह प्रान्त प्रचारक अवध प्रान्त संजय, वरिष्ठ पत्रकार नरेन्द्र भदौरिया, बलवन्त सिंह परिहार, स्वयं सेवक पप्रशांत भाटिया, भाजपा कार्यालय प्रमुख रामानन्द कटियार एवं मीडिया प्रभारी विनय सिंह आदि उपस्थित रहे।          

दिव्य प्रेम सेवा मिशन के संस्थापक डॉ. आशीष गौतम ने कहा कि इस महानाट्य को आयोजित करने का निर्णय दो सात्विक उद्देश्यों के लिए किया गया है पहला यह कि वर्तमान युवा पीढ़ी के सामने एक ऐसे महान योद्धा के चरित्र की प्रस्तुति हो जिसे देखकर व समझकर युवा पीढ़ी अपने जीवन की दशा-दिशा तय कर सकें। जाणता राजा नाट्य एक्स (पूर्व में ट्वीटर) X पर भी ट्रेडिंग पर रहा। शाम 6 बजे से 8 बजे तक #जाणताराजाDPSM लगातार ट्रेन्ड करता रहा। यह भी बताया कि दिनाँक 31.10.2023 दिन मंगलवार को इस नाट्य का समापन दिवस होगा। 

सहयोग करें

हम देशहित के मुद्दों को आप लोगों के सामने मजबूती से रखते हैं। जिसके कारण विरोधी और देश द्रोही ताकत हमें और हमारे संस्थान को आर्थिक हानी पहुँचाने में लगे रहते हैं। देश विरोधी ताकतों से लड़ने के लिए हमारे हाथ को मजबूत करें। ज्यादा से ज्यादा आर्थिक सहयोग करें।
Pay

ताज़ा खबरों की अपडेट अपने मोबाइल पर पाने के लिए डाउनलोड करे सुदर्शन न्यूज़ का मोबाइल एप्प

Comments

संबंधि‍त ख़बरें

ताजा समाचार