इन इस्लामिक आतंकियों का प्लान था कि 15 अगस्त से पहले उत्तर प्रदेश के शहरों में बम धमाके पर निर्दोष लोगों को मौत के घाट उतारा जाए, उत्तर प्रदेश को लहूलुहान किया जाए. इसके लिए बाकायदा पूरी योजना बना ली गई थी. लेकिन इससे पहले कि ये आतंकी अपनी वारदात को अंजाम देते, UP ATS ने राजधानी लखनऊ से दो आतंकियों को गिरफ्तार कर लिया तथा उत्तर प्रदेश की जनता को भयमुक्त किया. UP ATS की इस कार्यवाई की जहां समूचा देश प्रशंसा कर रहा है तो वहीं अखिलेश यादव जैसे सेक्यूलरिज्म की सियासत के पुरोधा राजनेता उत्तर प्रदेश की पुलिस पर ही सवाल उठा रहे हैं.
लेकिन इस बीच देश की सेक्यूलर सियासत का एक और भयावह चेहरा सामने आया है. खबर के मुताबिक, जमीयत उलमा-ए-हिंद ने लखनऊ से गिरफ्तार किए गए अलकायदा के दो आतंकियों का केस लड़ने का एलान किया है. जानकारी के अनुसार जमीयत उलमा-ए-हिंद ने गिरफ्तार किए गए दोनों आतंकियों के दिल्ली में रह रहे परिवारों से संपर्क साधा है. वहीं ये भी पता चला है कि आतंकियों का दिल्ली कनेक्शन भी पाया गया है.
आशंका है कि आतंकी मिनहाज व मुशीर या फिर इनसे जुड़े आतंकी दिल्ली में भी किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने की फिराक में थे लेकिन एटीएस ने उनके मंसूबों पर पानी फेर दिया. जमीयत की ओर से आतंकियों के बचाव में एडवोकेट फुरकान खान को नियुक्त किया गया है और उन्हें निर्देश दिया गया है कि वह अदालत से मुकदमे से संबधित दस्तावेजों को निकालें जिसमें रिमांड रिपोर्ट, एफआईआर की प्रति व अन्य कागजात शामिल हैं.
जमीयत की तरफ से कहा गया है कि वर्तमान में आरोपी पुलिस की हिरासत में हैं और मुकदमे की अगली सुनवाई पर आरोपियों के बचाव में एडवोकेट फुरकान अदालत में उपस्थित रहेंगे. गुलजार आजमी ने कहा कि लखनऊ के प्रसिद्ध और वरिष्ठ एडवोकेट मुहम्मद शुऐब ने भी जमीयत उलमा से आरोपियों का मुक़दमा लड़ने का अनुरोध किया था.
इस बारे में जमीयत उलमा ए हिन्द के प्रमुख मौलाना अशरफ मदनी ने कहा कि मुस्लिम युवाओं के जीवन को तबाह करने के लिए आतंकवाद को एक हथियार के रूप में प्रयोग करने का सिलसिला लगातार जारी है निर्दोष मुसलमानों की सम्मानजनक रिहाई तक हमारा कानूनी संघर्ष जारी रहेगा. आश्चर्य देखिए कि जो आतंकी लखनऊ सहित यूपी के कई शहरों को दहलाना चाहते थे, निर्दोषों की लाश बिछाना चाहते थे, उनका मुकदमा वो इस्लामिक संगठन लड़ेगा, जिसे देश की सियासत में सेक्यूलर संस्था कहा जाता है.
जिस ATS ने अपनी जान जोखिम में डालकर यूपी के लोगों की जान बचाई तथा दो आतंकियों को गिरफ्तार किया, राजनेता उंस ATS पर भरोसा नहीं कर रहे हैं बल्कि ATS को कटघरे में खड़ा कर रहे हैं. वहीं अब जनीयत जैसे इस्लामिक संगठन खुलकर आतंकियों के पक्ष में आ गए हैं. ये सब देखकर देश के रखवालों को, जनता के रखवालों को ये ख्याल तो आता होगा कि हमारे देश की सेक्यूलर सियासत क्या गजब की है, जहां देश के सुरक्षाबलों पर सवाल खड़े किए जाते हैं तो वहीं देश के दुश्मन आतंकियों की खुलकर पैरोकारी की जाती है. इस पर उन्हें गुस्सा भी आता होगा, वह आक्रोशित भी होते होंगे लेकिन इसे व्यक्त नहीं कर सकते क्योंकि उन्हें देश की सेक्यूलर सियासत ही तो संचालित कर रही होते है तथा वह भी इससे बंधे होते हैं.