छत्तीसगढ़ के सूरजपुर और बलरामपुर जिले में 48 घंटे के भीतर 3 हथनियों का शव मिला है। बीते 9 जून की सुबह प्रतापपुर वन परिक्षेत्र के गणेशपुर बांध के पास गर्भवती हथिनी का शव मिला था।
इसके 24 घंटे बाद ही इसी स्थान पर दूसरी हथिनी का शव भी मिला। रायपुर से विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम दोनों हथिनियों का पोस्टमार्टम करने पहुंची थी।
लेकिन दूसरे हथिनी के शव को हाथियों के झुंड ने घेर रखा था, जिसकी वजह से उसका पोस्टमार्टम नहीं हो सका था। पहली हथिनी के शव का पोस्टमार्टम हुआ, जिसमें उसके गर्भवती होने की बात सामने आई। डॉक्टरों ने गर्भवती हथिनी के लिवर से करीब 150 सिस्ट निकाले थे।
वन विभाग पर उठे सवाल
डॉक्टरों ने पहली हथिनी की मौत का कारण लिवर की गंभीर बीमारी का होना बताया। वहीं दूसरी हथिनी के शव का पोस्टमार्टम नहीं होने के कारण उसकी मौत के पीछे की वजह का पता नहीं चल सका है।
इसी बीच गुरुवार को बलरामपुर जिले के राजपुर वन परिक्षेत्र अंतर्गत गोपालपुर व अतौरी सर्किल के दरबारी महुआ वनक्षेत्र में एक और हथिनी का शव मिलने से वन विभाग में हडकंप मच गया। 48 घंटे में तीन हथिनियों की मौत से वन विभाग पर सवाल खड़े होने लगे हैं।
केरल में हथिनी की दर्दनाक मौत से देश रोया था
गौरतलब है कि कुछ दिनों पहले केरल के पलक्कड़ जिले में 15 साल की गर्भवती हथिनी की वीलियार नदी के पानी में खड़े खड़े मौत हो गई थी। विस्फोटक खाने के बाद दर्द से कराहते हुए बिना कुछ खाए पिए वह पानी के बीच खड़ी रही थी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट से पता चला है कि फल चबाने के बाद, इसमें छिपा विस्फोटक मुंह के अंदर फट गया और गंभीर घाव हो गए। आख़िर में उनकी मौत हो गई थी।