जबलपुर। आम जनता के लिए आर्थिक समस्याएं समाप्त होते जल्द ही नजर नहीं आ रही हैं, बीते वर्ष 2020 में कोरोना काल में सबसे ज्यादा असर मध्यम वर्गीय परिवार पर ही पड़ा, जहां एक तरफ कई लोग अपनी नौकरी से वंचित हुए वहीं दूसरी तरफ व्यापारी वर्ग को भी कोरॉना काल में काफी समस्याओं का सामना करना पड़ा । वर्ष 2021 के सवेरे से आमजन में उम्मीद की एक नई किरण, जगी मध्यम वर्गीय की आर्थिक समस्याओं में आज भी जद्दोजहद जारी है ,घर का किराया, बैंक की किश्त, किराना, सब्जी ,दवाई के खर्च, बच्चों की पढ़ाई जैसे खर्चों को पूरा करने के लिए आम जनता दिन रात मेहनत कर रही है, बमुश्किल ही मूलभूत सुविधाओं का भरण पोषण संभव कर पा रहे हैं पर सरकार के रवैए को देखते हुए अनुमान लगाया जा सकता है कि सरकार को आम जनता के आर्थिक मुद्दों से किसी प्रकार की हमदर्दी नहीं हैं जहां आम जनता सरकार से महंगाई में राहत के लिए टकटकी लगाए बैठी है वहीं सरकार द्वारा हर दूसरे दिन पेट्रोल के दाम बढ़ाकर आम जनता के जख्मों में नमक छिड़कने का कार्य किया जा रहा है।
नगर निगम के द्वारा ली जा रही टैक्स में भी इजाफा किया गया है सब्जी भाजी दालों के दाम आसमान छू रहे हैं खाद्य तेल के दाम आज तक के उच्चतर भव पर हैं वही शराब माफियाओं द्वारा सिंडिकेट बनाकर शराब को भी अधिकतम विक्रय मूल्य के ऊपर बेचा जा रहा है ऐसे में पेट्रोल के दामों में इजाफा से आम जनता को बड़ी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। अब ऐसे में आम जनता सरकार से ही राहत के लिए आस लगाए बैठे है।