टोक्यो ओलंपिक्स 2020 में एक बार फिर स्वर्ण पदक हाथ आते - आते रह गया। आज टोक्यो ओलंपिक्स 2020 के 12वे दिन भारतीय पुरुष हॉकी टीम बेल्जियम के बीच सेमीफाइनल का मुकाबला था, जहाँ इंडियन टीम को 2-5 से हार का सामना करना पड़ा। बता दें भारतीय पुरुष हॉकी टीम अभी खेल से बाहर नहीं हुई है।
सेमीफइनल में बेल्जियम से हरने के बाद खिलाड़िओं के साथ साथ खिलाड़िओं के परिजन, उनके फैंस काफी निराश नज़र आ रहे है। गुरजंत सिंह जो मेंस हॉकी टीम में फॉरवर्ड प्लेयर है, वह और उनके परिजन भावुक होते हुए दिखे।
गुरजंत सिंह की बहन ने कहा हार-जीत तो होती रहती है, लेकिन पेनल्टी कॉर्नर ने मैच का रुख बदल दिया। गुरजंत सिंह 2016 में लखनऊ में हुए भारत में पुरुष हॉकी जूनियर विश्व कप का हिस्सा थे. जिसमे उनका सवर्ण पदिका हासिल करवाने में बड़ा योगदान था।
हार के बाद टीम के कोच ग्राहम रीड ने कहा कि हमने मैच जीतने के मौके बनाए।
ऑस्ट्रेलिया के साथ बेल्जियम दुनिया की सबसे उम्दा टीम है और इस टीम के खिलाफ आपको मौके का फायदा उठाना होगा. दुर्भाग्य से हमने नहीं किया।
निराश भारतीय पुरुष हॉकी टीम के कप्तान मनप्रीत सिंह से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फ़ोन पर बात कर उन्हें हौसला बढ़ाया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पीएम ने पूरे टर्नामेंट में टीम इंडिया के अच्छे खेल की तारीफ की है और अगले मुकाबले के लिए शुभकामनाएं दी हैं.
मोदी जी ने ट्वीट किया "जीत और हार जीवन का एक हिस्सा है। हमारी पुरुष हॉकी टीम ने #Tokyo2020 पर अपना सर्वश्रेष्ठ दिया और यही मायने रखता है,"
आज शाम ऑस्ट्रेलिया और जर्मनी सवर्ण पदक के लिए खेलेंगी। जो भी टीम हारेगी वो टीम इंडिया के साथ कांस्य पदक के लिए मुकाबला करेंगी।