देश भर की भलाई को ध्यान में रखते हुए जहाँ कुछ लोगों को छोड़ कर बाकी आम जनमानस ने प्रधानमन्त्री मोदी की दी गई सलाह पर पूरा अमल किया है तो वहीँ पर अब भारत की सेना ने भी Lockdown को पूरी तरह से सफल बनाने के लिए कमर कस ली है. भारत की सेना ने किसी भी रूप में अपने अन्दर इस प्रकार का संक्रमण न फैलने देने के अभियान के तहत कड़े कदमों की घोषणा की है. अभी तक कोरोना के समय उन्माद करते उन्मादियो से जूझ रहे पुलिस के जवान ही संक्रमित पाए गये हैं लेकिन इसको किसी भी रूप में सेना के अन्दर न आने देने के संकल्प के साथ सेना ने उठा लिए हैं कड़े कदम.
ध्यान देने योग्य है कि नये नियमो के अनुसार सेना मुख्यालय में, सैन्य संचालन, सैन्य खुफिया सहित विभिन्न खंडों में 19 अप्रैल तक न्यूनतम कर्मचारियों की संख्या के साथ कामकाज होगा। आदेश में कहा गया है कि लॉकडाउन की अवधि बढ़ाए जाने के मद्देनजर, सभी सैन्य प्रतिष्ठान, छावनी, मुख्यालय और इकाइयां 19 अप्रैल तक कोई आवाजाही नहीं करने (नो मूवमेंट) का सख्ती से पालन करेंगे। सेना ने अपने निर्देश में कहा कि आवश्यक सेवाओं से जुड़े कर्मियों को आवाजाही की अनुमति दी जाएगी और प्रतिबंध किसी भी इकाइयों के परिचालन कार्यों में बाधा नहीं डालेंगे। यह भी कहा गया है कि सभी प्रशिक्षण गतिविधियां और अस्थायी ड्यूटी तीन मई तक स्थगित रहेंगे।
इसी के साथ इसी आदेश में सभी सामाजिक, खेल, मनोरंजन, शैक्षणिक, सांस्कृतिक और धार्मिक समारोहों के साथ-साथ रेजिमेंटल कार्यक्रम तीन मई तक स्थगित रहेंगे। आदेश के अनुसार सेना मुख्यालय में, सैन्य संचालन, सैन्य खुफिया सहित विभिन्न खंडों में 19 अप्रैल तक न्यूनतम कर्मचारियों की संख्या के साथ कामकाज होगा। आदेश में कहा गया है कि लॉकडाउन की अवधि बढ़ाए जाने के मद्देनजर, सभी सैन्य प्रतिष्ठान, छावनी, मुख्यालय और इकाइयां 19 अप्रैल तक कोई आवाजाही नहीं करने (नो मूवमेंट) का सख्ती से पालन करेंगे। इसमें यह भी जिक्र किया गया है कि सेना मुख्यालय, कमान मुख्यालय और अन्य कार्यालयों में 19 अप्रैल से तीन मई के बीच 50 फीसदी कर्मियों के साथ कामकाज होगा।