टोक्यो पैरालंपिक में भारतीय खिलाडियों का बेहतरीन प्रदर्शन जारी है। आज भारत की झोली में हरविंदर सिंह ने कांस्य पदक डाला है। इसी के साथ भारत के नाम टोक्यो खेलों में कुल 13 पदक हो गए हैं जो उसका अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है। हरविंदर ने कोरिया के किम मिन सू को हराकर पुरुष व्यक्तिगत रिकर्व- ओपन इवेंट में पदक जीता भारतीय खिलाड़ियों ने अब तक इस पैरालंपिक्स में पांच ब्रॉन्ज, दो गोल्ड और छह सिल्वर मेडल जीतने का कारनामा कर चुके हैं।
हरियाणा के हरविंदर ने रोमांचक शूट ऑफ मैच मैच में किम को 6-5 से पराजित कर कांस्य पदक पर कब्जा जमाया। भारत का तोक्यो पैरालिंपिक खेलों में यह 13वां पदक है। इसी के साथ हरविंदर पैरालिंपिक में पदक जीतने वाले पहले भारतीय तीरंदाज बन गए हैं। इससे पहले सेमीफाइनल में हरविंदर को अमेरिकी तीरंदाज के मथेर के खिलाफ 4-6 से हार का सामना करना पड़ा था।
कांस्य पदक मुकाबले में हरविंदर ने पहला सेट 26-24 से अपने नाम किया लेकिन कोरियाई खिलाड़ी ने वापसी करते हुए दूसरा सेट 29-27 से अपने नाम किया। तीसरे सेट में हरविंदर ने 28 का स्कोर किया जबकि किम 25 का स्कोर ही कर सके। हरविंदर ने 4-2 की बढ़त ली और उन्हें पदक जीतने के लिए अगला राउंड अपने नाम करने की जरूरत थी। लेकिन चौथे सेट में दोनों तीरंदाजों ने 25-25 का स्कोर किया और दोनों को एक-एक अंक मिला। पांचवें सेट में हरविंदर ने 26 का स्कोर किया लेकिन किम ने उनसे एक अंक ज्यादा का स्कोर कर मुकाबले को शूटऑफ में पहुंचा दिया। शूटऑफ में किम ने आठ का जबकि हरविंदर ने 10 का शॉट खेला।
पटियाला की पंजाब यूनिवर्सिटी में अर्थशास्त्र के छात्र सिंह ने कांस्य पदक के प्लेऑफ में 5-3 से बढ़त बना ली थी लेकिन कोरियाई तीरंदाज ने पांचवां सेट जीतकर मुकाबले को शूटऑफ में खींचा. सिंह ने परफेक्ट-10 लगाया जबकि किम 8 ही स्कोर कर सके. हरविंदर सिंह ने 26-24, 27-29, 28-25, 25-25, 26-27, 10-8 से जीत दर्ज की.
प्रवीण ने ऊंची कूद टी64 वर्ग में जीता सिल्वर :-
इससे पहले आज ऊंची कूद टी64 वर्ग में प्रवीण कुमार ने रजत पदक जीता था। प्रवीण ने एशिया रेकॉर्ड तोड़ते हुए 2.07 मीटर का जम्प कर दूसरा स्थान हासिल किया और भारत को रजत पदक दिलाया। प्रवीण अपने पहले प्रयास में 2.07 मीटर के मार्क को हासिल नहीं कर सके थे। हालांकि, उन्होंने आसानी से दूसरे प्रयास में इसे हासिल किया। हरविंदर की इस ऐतिहासिक पदक जीत पर पीएम नरेंद्र मोदी ने उन्हेंपैरालं म्पिएन्क दी है।