कनाडा के चुनाव में हाउस ऑफ कॉमन्स में भारतीय-कनाडाई लोगों के 18 उम्मीदवारों ने जीत हासिल की. बता दें कि ये दाेहरी बार है कि चुनाव में भारतीय मूल के लाेगाें ने जीत हासिल की है. जहां ग्रेटर टोरंटो से फिर से कई सासंदाें ने जीत हासिल की. इसमें सबसे प्रमुख ब्रैम्पटन वेस्ट से पूर्व संसदीय सचिव कमल खेरा, ब्रैम्पटन नॉर्थ से रूबी सहोटा, ब्रैम्पटन साउथ से सोनिया सिद्धू और पार्कडेल-हाई पार्क से आरिफ विरानी हैं।
वहीं सुख धालीवाल ने भी जीत हासिल करने के साथ अपनी सरे-न्यूटन सीट बरकरार रखी. वहीं रणदीप सराय ने सरे से फिर से जीत हासिल की. क्यूबेक में डोरवाल-लाचिन-लासाल से अंजू ढिल्लों को लगातार तीसरी बार जीत हासिल हुई है। चंद्र आर्य ने भी ओटावा के पास नेपियन से इस चुनाव में जीत हासिल की। आपको बता दें कि चुनाव नतीजे सामने आने के बाद यह तय हो गया कि जस्टिन ट्रूडो फिर से कनाडा के प्रधानमंत्री बनने जा रहे हैं।
हाल ही में भंग हुए कैबिनेट में शामिल सभी तीन भारतीय-कनाडाई मंत्री विजयी हुए हैं। जिसमें न्यू डेमोक्रेटिक पार्टी के जगमीत सिंह भी शामिल हैं। इंडो-कैनेडियन लिबरल पार्टी के जॉर्ज चहल ने भी जीत हासिल की है। उन्होंने अल्बर्टा में कैलगरी स्काईव्यू से कंजरवेटिव सांसद जग सहोता को मात दी है।
कनाडा के रक्षा मंत्री हरजीत सज्जन लगभग 49% वोट शेयर के साथ वैंकूवर दक्षिण से फिर से चुने गए हैं। एनडीपी नेता जगमीत सिंह लगभग 38% वोटों के साथ बर्नाबी साउथ से फिर से चुने गए। वहीं, युवा मंत्री बर्दिश चागर ने भी जीत दर्ज की है। इंडो-कनाडाई लोगों में मंत्री अनीता आनंद ने ओकविले, ओन्टेरियो से अपनी सीट बरकरार रखी।