भारत, मध्यप्रदेश
मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल भी इंदौर के बाद लगातार दूसरे नंबर पर बना हुआ है। जबकि यहां पुरी सरकार और प्रशासनिक अमला बैठता है लेकिन इसके बावजूद यहां कोरोना मरीज़ों की संख्या रूकने का नाम नहीं ले रही है। मरकीज़ी तबलीगी ज़मात के बाद यहां भी बहुत से लोग मिले थे जिनमें कई कोरोना संक्रमित थे। तब से शुरू हुआ सिलसिला अभी तक जारी है। भोपाल के जहांगीराबाद इलाका मध्यप्रदेश का सबसे हाट स्पाट केंद्र बना हुआ है जहां सबसे ज़्यादा मुस्लिम लोग रहते हैे। सरकार भी पूरी तरह अब आंकड़ों की बाजीगरी करने लगी है अभी काफी संख्या में लोगों की रिपोर्ट पेडिंग है भोपाल में आज तक कुल 911 व्यक्तियों की कोरोना रिपोर्ट पॉज़िटिव आई है। जिसमें अभी तक 35 कोरोना संक्रमित लोगों की मृत्यु भी हो चुकी है।
गुरूवार रात तक की अपडेट में भोपाल में जो सेम्पल रिपोर्ट प्राप्त हुई है उनमें 27 कोरोना के नए मरीज मिले है, इनकी कॉन्ट्रेक्ट हिस्ट्री निकाली जा रही है। सभी कोरोना संक्रमित (कोविड-19) व्यक्ति को हॉस्पिटल में भर्ती किया गया है। इनके घर को एपिक सेन्टर घोषित कर 1 किमी क्षेत्र को कंटेन्मेंट क्षेत्र घोषित किया गया है।भोपाल के अभी तक व्यक्ति एम्स, चिरायु और बंसल हॉस्पिटल से 549 कोरोना संक्रमण से पूरी तरह ठीक होकर घर जा चुके है । चिरायु हॉस्पिटल से 18 लोग कोरोना संक्रमण से मुक्त होकर रवाना हुए।अब तक भोपाल में 549 कोरोना संक्रमित पूरी तरह से स्वस्थ हो चुके है।
रेडजोन बन चुके भोपाल को उससे निकालने के लिए सरकार को कड़े कदम उठाने होंगे तभी ये सिलसिला रूकेगा इसके लिए जरूरी है ऐसे लोगों को जल्दी से जल्दी चिन्हित कर उनकी रिपोर्ट जल्द से जल्द मिल सकें तभी कुछ हद तक इस महामारी से हम लड़ पाएंगे.