अयोध्या के पश्चिमी क्षोर को भव्य और सुन्दर बनाने के लिए
सीता झील को बनाया जाएगा. यहां पर पार्क बनाने की आशंका भी जताई जा रही है. आपको बता दें कि
सरयू नदी के किनारे इस झील को 2.5 किमी. लंबी और 300 मीटर चौड़ी झील को बनाया
जाएगा. इस झील के निर्माण को लेकर प्रशासन जैसे ही मंजूरी दे देता है वैसे ही
खुदाई का काम शुरू हो जाएगा. नगर निगम ने फट चुकी सीता झील को आकार देने के
साथ-साथ वहां पड़े कूड़े को साफ कराने का कार्य निजी कंपनियों को सौंप दिया है...
रामनगरी अयोध्या में सीता झील का निर्माण किया जाएगा. ये
झील 2.5 किलोमीटर लंबी और 300 मीटर चौड़ी झील बनाई जाएगी. ये झील अफीम कोठी से लेकर राजघाट तक
बनाई जाएगी. योजना ये बनाई गई है कि सरयू नदी की अविरल धारा को इसमें जोड़ा जाए, ताकि ये रामनगरी के पश्चिमी
हिस्से में भी राम की पैड़ी की तर्ज पर निर्माण की जाए. झील के निर्माण के लिए 33.83 हेक्टेयर सरकारी जमीन प्रशासन उपलब्ध कर
रहा है. शेष 45.96
हेक्टेयर जमीन किसानों की ली जाएगी. जिसके
अधिग्रहण का काम जल्द शुरू होगा.
सरयू नदी के समीप बन रही सीता झील
के निर्माण के लिए शासन को परियोजना तैयार करने के लिए भेजा गया था. सूत्रों के मुताबिक
सीता झील के निर्माण के लिए करीब 268 करोड़ की लागत लगाई जाएगी. जिसकी शासन से मंजूरी
मिल चुकी है.
अयोध्या में झील के निर्माण के बाद
ये अयोध्या के पश्चिमी हिस्से को और भव्य और आकर्षित बनाएंगी. राम की पैड़ी की तरह
सीता झील भी राम भक्तों को आकर्षित और मन मोहित करेगी. वहीं 14 कोसी मार्ग से आने वाले श्रद्धालुओं
के लिए ये दिव्य स्थल होगा. प्रशासन भी इस झील को भव्य और आकर्षक बनाने के लिए कोई
कसर नहीं छोड़ेगा. राम भक्त को और भी मन मोहित करने के लिए सीता झील को सरयू नहर से
जोड़ा जाएगा जिससे सरयू नदी की सघन जल धारा झील से मिलेगी. सीता झील
में पानी के लिए बंधा से रास्ता बनाकर सरयू के तार को झील में लाया जाएगा. बता दें कि जिलाधिकारी नितीश कुमार ने दो दिन पहले ही सीता झील की खुदाई के लिए अधिकारियों
को निर्देश दे दिए है.