उनको बार-बार चेतावनी दी गई थी और व्यक्तिगत रूप से मिलकर समझाया भी गया था उन्हें देश के हालात भी बताए गए थे और उनसे मिन्नत अनुनय विनय सब की गई । उन्हें बताया गया कि किसी भी प्रकार के मजहबी आयोजन से दूर रहें लेकिन वह ना माने। कहीं ना कहीं उनके मन में शासन सत्ता का भय नहीं था अन्यथा वह ऐसा ना करते । लेकिन जब उन्होंने किया तो अब कानून भी अपना काम कर रहा है। यह मामला है वामपंथी सरकार द्वारा शासित केरल का जहां बिना अनुमति वह अवैध रूप से इफ्तार पार्टी करने वालों पर सरकार ने सख्त किया है अपना रूख..
केरल के वायनाड जिले में लॉकडाउन के चलते इफ्तार पार्टी का आयोजन। देश भर में कोरोनावायरस आग की तरह फैलता ही जा रहा है अभी भी रुकने का नाम नहीं ले रहा है। देशभर में इसके मामले बढ़ते ही जा रहे है। देशभर में लॉकडाउन लगा हुआ है कोई पार्टी, शादी या त्योहार मिलकर नहीं बना सकता है। तो वहीं केरल के वायनाड जिले में लॉकडाउन के नियमो की धज्जियां उड़ा कर इफ्तार पार्टी करी। इफ्तार पार्टी में शामिल होने वाले 20 लोगो के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। इफ्तार पार्टी बुधवार को जिस इलाके में की गई थी उसे हाल ही में हॉटस्पॉट के रूप में वर्गीकृत किया गया है। पुलिस ने कहा कि इन लोगों पर इफ्तार पार्टी में शामिल होने का मामला दर्ज किया गया है।
पुलिस को नेनमेनी के एक घर में इफ्तार पार्टी आयोजित होने की सूचना मिली थी। इसके बाद जब पुलिस यहां पहुंची तो वहां कुछ लोग आते-जाते नजर आए। साथ ही कुछ वाहन भी मौके पर मिले। इस पर जब घर के भीतर गए तो वहां इफ्तार पार्टी चल रही थी। इस पर पुलिस ने घर के मालिक और पार्टी में शामिल होने पहुंचे लोगों पर मामला दर्ज किया है।नेनमेनी इलाके के एक घर में इफ्तार पार्टी आयोजित की गई थी। मामले में वृद्धि के बाद सोमवार को इस इलाके को कोरोना वायरस के लिए हॉटस्पॉट घोषित किया गया था। बावजूद इसके यहां लॉकडाउन के नियमों का उल्लंघन करते हुए इफ्तार पार्टी आयोजित की गई।