इस साल आईपीएल 2021 कोरोना के चलते दो भागों में खेला गया था. अब आईपीएल 2021 के इस टूर्नामेंट की समाप्ति होने वाली है. सभी 8 टीमों ने अपने 14-14 मैच खेल लिए है. जिसमे प्लेऑफ में चेन्नई सुपर किंग्स, कोलकाता नाईट राइडर्स, दिल्ली कैपिटल्स और रॉयल चैलेंजर्स बैंगलौर अपना शानदार प्रदर्शन कर पहुँच गए थे. प्लेऑफ का पहला मैच बीते रविवार हुआ था जो चेन्नई और दिल्ली के बीच था. जिसमे चेन्नई ने 4 विकेट से दिल्ली कैपिटल्स को धुल चटा दी और फाइनल्स में अपनी जगह बना ली. बीते दिन कोलकाता नाइट राइडर्स का मुकाबला रॉयल चैलेंजर्स बैंगलौर के साथ था जिसमे कोलकाता नाइट राइडर्स नी रॉयल चलेंजेर्स बैंगलौर को 4 विकेट और 2 गेंद से हरा दिया.
विराट के नेतृत्व में एक बार फिर रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर का आईपीएल खिताब जीतने का सपना टूट
गया. वहीं विराट कोहली का ये सपना अब टीम के कप्तान के रूप में कभी पूरा
नहीं हो सकेगा क्योंकि आईपीएल 2021 एक कप्तान के रूप में उनका आखिरी सीजन
था. शारजाह में कोलकाता नाइट राइडर्स ने प्लेऑफ के एलिमिनेटर मुकाबले में
बैंगलोर को 4 विकेट से मात देकर दूसरे क्वालीफायर में जगह बना ली. बैंगलोर
ये मुकाबला जीत भी सकता था लेकिन उनसे एक गलती हो गई. हार के बाद कप्तान
विराट कोहली ने भी खुद बयां की वो चूक.
टीम की हार के बाद जब विराट कोहली से बात की गई तो उन्होंने भी वजह
गिनाई. विराट ने कहा, "गेंदबाजी शानदार हुई, लेकिन आज रात उस एक ओवर ने
हमारे जीत के मौके को छीन लिया." इसके अलावा कप्तान कोहली ने सुनील नरायन
की भी खूब तारीफ की जिन्होंने मैच में 4 विकेट लेने के साथ-साथ 15 गेंदों
में 26 रनों की पारी भी खेली.
आपको बता दें, इस मुकाबले में टॉस जीतकर बैंगलोर ने पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया
था. शारजाह की कठिन पिच पर उनके बल्लेबाज लड़खड़ाते दिखे और किसी तरह 20
ओवर में उन्होंने 6 विकेट गंवाकर 138 रनों का स्कोर खड़ा किया. बेशक ये
स्कोर छोटा दिख रहा था लेकिन सब गवाह हैं कि इस पूरे सीजन में शारजाह की
पिच पर छोटे स्कोर भी विशाल स्कोर की तरह दिखने लगे हैं. कई मुकाबले छोटे
स्कोर के बावजूद अंतिम ओवर या अंतिम गेंद के रोमांच तक भी पहुंचे, इसलिए
मैच अभी भी आरसीबी के हाथ से निकला नहीं था.
शुरुवात में विराट की टीम कोलकाता पर भारी पड़ती दिखाई दे रही थी. कोलकाता नाइट राइडर्स ने 11वें ओवर की अंतिम गेंद पर
वेंकटेश अय्यर का विकेट गिरा दिया था और अब कोलकाता नाइट राइडर्स का स्कोर 3
विकेट पर 79 रन था. अब भी उनको 54 गेंदों में 60 रनों की जरूरत थी.बल्लेबाजों को इस पिच पर बड़े शॉट्स खेलने में दिक्कत आ रही थी, इसलिए ये
तय लग रहा था कि कोलकाता को जीतने के लिए काफी संघर्ष करना पड़ेगा.
विराट कोहली के कई धुरंधर गेंदबाजों के ओवर बाकी थे और उस समय वो उन
गेंदबाजों के दम पर केकेआर पर हावी हो सकते थे लेकिन शायद डेथ ओवरों के लिए
उनके ओवर बचाने के चक्कर मेंं उन्होंने डैन क्रिस्टियन को गेंद थमा दी. ऑस्ट्रेलिया के इस 38 वर्षीय ऑलराउंडर ने अब तक पूरे सीजन में बड़ी मुश्किल
से 4 विकेट झटके थे और पिच पर अभी-अभी बल्लेबाजी करने आए सुनील नरायन ने
उन्हीं को निशाना बनाने का फैसला ले लिया.
डैन क्रिस्टियन के इस 12वें ओवर में अभी-अभी पिच पर आए सुनील नरायन ने
धावा बोल दिया. पहली दो गेंदों पर तो नीतीश राणा ने सिर्फ 1 रन बनाया.लेकिन तीसरी गेंद पर सुनील नरायन ने छक्के के साथ अपनी पारी का आगाज कर
दिया. चौथी गेंद पर भी छक्का जड़ा. घबराए क्रिस्टियन ने इसके बाद एक वाइड
फेंक दी और जब पांचवीं गेंद ठीक से की, तो नरायन ने एक और छक्का जड़ दिया. अंतिम गेंद पर भी एक वाइड गई और फिर नरायन ने 1 रन लिया. यानी इस ओवर में
22 रन आ गए और अचानक मैच कोलकाता के हाथ से जाता दिखने लगा. अब उनको 48
गेंदों में सिर्फ 38 रन चाहिए थे.
शारजाह की पिच पर अंतिम ओवरों में बल्लेबाज हमेशा फंसते नजर आए हैं और
हुआ भी यही. डेथ ओवर्स में जब विराट ने अपने धुरंधर गेंदबाजों को उतारने का
फैसला किया तो असर दिखने लगा. पारी के 18वें ओवर में मोहम्मद सिराज ने
सिर्फ 3 रन देते हुए 2 विकेट झटक लिए. कोलकाता के 127 रन पर 6 विकेट गिर
चुके थे और उनको अब भी 12 गेंदों में 12 रन चाहिए थे. इसके बाद 19वें ओवर
में जॉर्ज गार्टन भी दबाव बनाने में सफल रहे और सिर्फ 5 रन दिए. अंतिम ओवर
में कोलकाता को सिर्फ 7 रन चाहिए थे लेकिन फिर उनको संघर्ष करना पड़ा और
चौथी गेंद पर जाकर जीत मिली. ये अंतिम ओवर भी डेन क्रिस्टियन को देना पड़ा
क्योंकि विराट ने शायद अपने गेंदबाजों का सही से इस्तेमाल नहीं किया था.
क्योंकि अगर उस एक ओवर में 22 रन ना पिटे होते तो बैंगलोर आसानी से ये मैच
जीत सकता था.