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साढ़े तीन हजार महीने कमाने वाला जय बाजपेयी कैसे बन गया अरबों रुपए की संपत्ति का मालिक.. जांच में हो रहे है ख़ुलासे..

विदेशों में करोड़ो रुपए की संपत्ति, हवाला के जरिये ट्रांसफर होता था पैसा, विकास दुबे का फंड मैनेजर था जय बाजपेयी..

रजत मिश्र, उत्तर प्रदेश, ट्विटर- @rajatkmishra1
  • Jul 20 2020 12:54PM

3500 रुपए महीने कमाने वाला जय बाजपेयी कैसे चंद सालों में करोड़ो रुपए की प्रॉपर्टी का मालिक बन गया ये सवाल सबके दिमाग के घूम रहा है यहां तक कि ED और आयकर विभाग भी जय बाजपेयी की प्रॉपर्टी देखकर हैरान है। दरसल जय बाजपेयी विकास दुबे का साथी है जो दुर्दांत दुबे की काली कमाई का लेखा-जोखा रखता था। इसके साथ ही विकास दुबे को कारतूस भी सप्लाई करता था। जय बाजपेई के खिलाफ आठ पुलिसकर्मियों की हत्या का षड्यंत्र रचने और आर्म्स एक्ट की धारा में एफआईआर दर्ज की गई है। आज जय बाजपेई को कोर्ट में पेश करने के बाद जेल भेजा जाएगा।

पालतू जानवरों को बेचने वाली दुकान में करता था नौकरी, 3500 थी तनख्वाह - 

जय बाजपेयी ब्रह्मनगर स्थित पालतू पशुओं की शॉप में केवल 3500 रुपए महीने की नौकरी करता था लेकिन विकास दुबे के पैसे से जय बाजपेई ने कानपुर के में ब्रह्मनगर में पालतू जानवरों का एक आलीशान शोरूम बनाया। यहां पर 20 से 50 हजार रुपए की बिल्लियां, 50 हजार से एक लाख रुपए के कुत्ते और बेहद महंगी दुर्लभ प्रजाति की मछलियों का व्यापार खास तौर पर होता है। 

जय बाजपेयी की प्रॉपर्टी सुनकर चौंक जाएंगे आप - 

जय बाजपेई विकास दुबे के फंड मैनेजर की तरह काम कर रहा था जिसके बदौलत कानपुर शहर से लेकर विदेश तक में उसने अरबों की बेनामी संपत्ति जुटा ली और आयकर विभाग को पता भी नहीं चला। जय बाजपेई की दुबई, थाईलैंड में 30 करोड़ रुपए की संपत्तियों है। इसके अलावा कानपुर शहर के अंदर ब्रह्मनगर में छह मकान, आर्यनगर के एक अपार्टमेंट में आठ फ्लैट और पनकी में एक ड्यूप्लैक्स कोठी है। इनकी अनुमानित कीमत 28 करोड़ रुपए बताई जा रही है। जय और विकास के बीच बैंक के जरिए लेनदेन के ठोस सबूत मिल चुके हैं। सोशल मीडिया में दो किलो सोने से लदी अपनी और बच्चे की तस्वीर जय ने कुछ दिन पहले पोस्ट की थी।

विदेशों में भी जय बाजपेयी की अकूत संपत्ति - 

बेनामी खातों की तलाश के साथ साथ आयकर की टीम जय बाजपेयी की विदेशों में संपत्ति की जड़ें भी तलाश रही है। टीम को इस बात का अंदेशा है कि यह सौदा बेनामी खातों और हवाला नेटवर्क के जरिए किया गया है। आयकर टीम उन खातों और हवाला रैकेट तक पहुंचने की कोशिश करेगी। विदेशी संपत्तियों की छानबीन में छोटा सा सुराग हाथ लगते ही फेमा के तहत कारवाई की तैयारी भी की जा रही है। विभाग इस बात की जांच कर रहा है कि विदेशों में यदि संपत्ति खरीदी गई तो पैसे कैसे ट्रांसफर किए गए। संपत्ति खरीद में लेन-देन के स्रोत तलाशे जाएंगे। अभी तक जय के बैंक खातों से इस बात के प्रमाण नहीं मिले हैं कि पैसे विदेशों में भेजे गए हों। अधिकारियों को संदेह है कि विदेशों में पैसा खपाने के लिए हवाला रैकेट का इस्तेमाल किया गया है।

बैंक खातों की चल रही है जांच - 

चंद वर्षों में चंद हजार रुपए की नौकरी से अरबपति बने जयकांत की संपत्तियों, बैंक खातों और नकद लेन-देन की जांच चल रही है।अभी तक जय के दो और उसकी पत्नी के एक खाते को जांच के दायरे में लिया गया है। स्टेट बैंक ऑफ इंडिया और विजया बैंक के खातों के अलावा बेनामी अकाउंट्स की भी जांच की जा रही है। इसके तहत उसके भाई और परिवार के खातों को भी खंगाला जाएगा। जय से कारोबारी लेन-देन करने वाले 7 और लोगों को भी जांच के दायरे में लाया गया है। इन सभी का जयकांत बाजपेई के साथ नियमित लेन-देन था। यह बैंक खातों के अलावा नकदी का भी उपयोग किया जाता था।

लग्जरी कारों का कोई हिसाब नही - 

विकास दुबे के एनकाउंटर के बाद पुलिस ने कानपुर के विजय नगर से तीन लावारिस लग्जरी कारें बरामद की थीं। जब इनकी जांच की गई तो कि कारें जय बाजपेयी की निकली। इसके बाद पुलिस ने जय के असलहा और कारतूस की जांच शुरू की। एसएसपी दिनेश कुमार पी के मुताबिक जय के घर से 20 से ज्यादा कारतूस कम पाए गए। जय बाजपेयी ने कारतूस विकास दुबे को दिए थे।

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