दिल्ली के विज्ञान भवन में रविवार को संत ईश्वर सम्मान 2022 का आयोजन किया गया। हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी सेवा भाव तथा सामाजिक कार्य मे लगे लोगों को इस सम्मान से सम्मानित किया गया। आयोजन संत ईश्वर फाउंडेशन द्वारा किया गया। कार्यक्रम कराने में राष्ट्रीय सेवा भारती का सहयोग मिला है। कार्यक्रम में प.पू. स्वामी अवधेशानंद गिरि जी महाराज (जूनापीठाधीश्वर आचार्य महामंडलेश्वर) ने भी अपना आशीर्वचन दिया साथ ही केंद्रीय मंत्री मीनाक्षी लेखी ने मंच से भारत दर्शन की बात की।
संत ईश्वर फाउंडेशन के अध्यक्ष कपिल खन्ना ने बताया कि वर्ष 2015 से प्रारंभ हुए संत ईश्वर सम्मान द्वारा प्रति वर्ष ऐसे संगठनों एवं व्यक्तियों को सम्मानित किया जाता है, जो समाज की नजरों से दूर निःस्वार्थ भाव से समाजसेवा का कार्य कर रहे हैं। यह सम्मान व्यक्तिगत एवं संस्थागत रूप में मुख्यतः चार क्षेत्रों – जनजातीय, ग्रामीण विकास, महिला-बाल विकास एवं विशेष योगदान (कला, साहित्य, पर्यावरण,स्वास्थ्य और शिक्षा) में तीन श्रेणियों 1 विशेष सेवा सम्मान, 4 विशिष्ट सेवा सम्मान एवं 12 सेवा सम्मान में दिया जाता है। विगत वर्षों में संस्था द्वारा 84 व्यक्ति/संस्थाओं को सम्मानित किया गया है और इनमें से 6 व्यक्तियों/संस्थाओं को बाद में भारत सरकार ने पद्म पुरस्कारों से भी सम्मानित किया है। इस वर्ष संत ईश्वर सम्मान अपने स्थापना वर्ष से लेकर अब तक सम्मान देने का शतक (100) पूरा करने जा रहा है। यह सम्मान प्रति वर्ष राष्ट्रीय सेवा भारती के सहयोग से दिया जाता है।
इस वर्ष भी यह सम्मान सामाजिक रूप से पिछड़े वर्गों हेतु जमीनी स्तर पर कार्य कर रहे संगठनों एवं व्यक्तियों को दिया गया। विशेष रूप से समारोह में 100 ऐसी साधक विभूतियों पर आधारित पुस्तक का लोकार्पण किया गया, जिन्होंने समाज कल्याण के विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय योगदान दिया है, जिसके कवर पेज का लोकार्पण किया गया।
सेवा परमो धर्म की भावना को चरितार्थ करते हुए इस सम्मान के निर्णायक मंडल एस. गुरुमूर्ति, प्रमोद कोहली – से.नि. मुख्य न्यायाधीश (सिक्किम उच्च न्यायालय); सेनि. अध्यक्ष, केंद्रीय प्रशासनिक ट्रिब्यूनल (कैट), पद्मश्री जवाहर लाल कौल- वरिष्ठ पत्रकार, अध्यक्ष, जम्मू कश्मीर अध्ययन केंद्र, पद्मश्री राम बहादुर राय – अध्यक्ष, इंदिरा गाँधी राष्ट्रीय कला केंद्र, पन्नालाल भंसाली – अध्यक्ष, राष्ट्रीय सेवा भारती एवं गुणवंत कोठरी, अखिल भारतीय कार्यकरिणी सदस्य, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने सम्पूर्ण भारतवर्ष में अभावग्रस्त और दुरूह प्रदेशों में समाज की सेवा के कार्य करने वाले व्यक्तियों/संस्थाओं का चयन करने में अपना समय दिया।