जबलपुर समस्त हिंदूवादी संगठन के योगेश अग्रवाल,अतुल जैसवानी, विकास खरे एवं सुमित ठाकुर ने बताया कि 28 अक्टूबर 2020 को गढ़ा फाटक की महाकाली विसर्जन जुलूस के दौरान पुलिस ने भक्तों पर बर्बरतापूर्वक लाठीचार्ज किया था। जिसके विरोध में जबलपुर के सभी हिंदूवादी संगठन के तत्वावधान में एसपी कार्यालय प्रदर्शन करने पहुंचे थे। एएसपी अमित कुमार को ज्ञापन सौंपकर पांच दिन के अंदर दोषी पुलिस कर्मियों को निलंबित करने की मांग की थी, जिन्होंने जल्द ही कार्रवाई का आश्वासन दिया था। आश्वासन के बाद भी अब तक दोषी पुलिस अधिकारी, कर्मचारियों पर कार्रवाई नहीं की गई। कार्रवाई नहीं होने पर आंदोलन का निर्णय लिया गया है।भंडारी हॉस्पिटल की निकट स्थित रामगढिय़ा हाल में बैठक का आयोजन किया गया जिसमें ये निर्णय लिया गया कि आंदोलन को और उग्र करते हुए कार्यकर्ताओ द्वारा दिनांक २ नवंबर को सिविल लाइन स्थित आई.जी कार्यालय का घेराव किया जाएगा।
सिंघम टी.आई के है दबंग कनेक्शन : बताया का रहा है कि जिस कथित दोषी थाना प्रभारी के विरुद्ध कार्यवाही की मांग की जा रही है उसके उच्च स्थरिय कनेक्शन भी है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार थाना प्रभारी शहर के एक भा.जा.पा विधायक के खास बताया जाते है व उनकी अनुशंसा पर ही थाना प्रभारी को जबलपुर के थाने में पदस्थ किया गया है।
वर्ष २०१८ में भी हुए थे सस्पेंड: वर्ष २०१८ नरसिंहपुर जिले के करेली में २२ वर्षीय युवक की पुलिस कस्टडी में संदिग्ध मृत्यु हो गई थी जिस पर पीड़ित के परिवार के परिजनों ने आरोप लगाया कि पुलिस की ज्यादती से उनकी मौत हुई और पुलिस ने इस दावे का खंडन किया था,उन्होंने दावा किया था कि हवालात में 'सल्फास' का सेवन करने से युवक की जान गई ।उक्त मामले में थाना प्रभारी को सस्पेंड किया गया था।इसके अलवा केंट थाने अंतर्गत थाना प्रभारी द्वारा एक हिंदुवादी संघठन के नेता को बर्बतापूर्वक मारे जाने का मामला भी सुर्खियों में आया था।