उदयपुर में दुकानदारों की हत्या, 'सर तान से जुदा' की धमकियों का सिलसिला, अजमेर में हिंदुओं की अपील, हिंदू जुलूसों पर पथराव और कई अन्य जिहादियों द्वारा मचाए गए उत्पातो की घटनाएं, साथ ही जिहादी मानसिकता इन सभी का विरोध करने के लिए हिंदू संगठन द्वारा महाराष्ट्र के नागपुर के वैरायटी चौक पर एक कार्यक्रम आयोजित किया गया। बता दें रक्षा समिति सद्गुरुदास महाराज की अध्यक्षता में इस कार्यक्रम का आयोजन हुआ। विश्व हिंदू परिषद डॉ. मंच पर हेमंत जम्भेकर, गोविंद शेंडे, पूर्व महापौर दयाशंकर तिवारी, समिति संयोजक विशाल पुंज, अमित बांबी, राजकुमार शर्मा, प्रशांत तीत्रे मौजूद रहे।
कभी हिजाब, कभी मदरसे, तो कभी अनुच्छेद 370 के नाम पर हिंदुओं को प्रताड़ित किया जाता है। दिल्ली में बुधवार को तिरंगा रैली में विपक्षी दलों के सांसदों का शामिल न होना अब और बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। राष्ट्रीय कार्यक्रमों का विरोध करने वालों को दंडित किया जाएगा।
गोविंद शेंडे ने पूछा कि पहले सीएमआई, अब आइसिस, पीएफआई, यह कब तक चलेगा। 'मजब नहीं सिखता' कह रहे हैं तो अमरावती की घटना क्यों? हो गई? सहिष्णुता सिर्फ हिंदुओं को ही दिखानी चाहिए, 'सर तानसे जुदा' से कहां खतरा? लेकिन हिंदू डरेंगे नहीं। हिंदू समाज तभी तक शांतिपूर्ण है जब तक वह शांतिपूर्ण है। हिन्दू न किसी से डरता है और न डरेगा। शांतिपूर्ण हिंदुओं को तंग मत करो। उन्होंने चेतावनी दी कि छेड़खानी करने पर वह नहीं बकसेंगे।
गोविंद शेंडे ने हिंदू समुदाय से अपील करते हुए कहा कि, जागरूक रहें, अपनी आंखें खुली रखें, छोटी सी भी घटना हो जाए, जमकर विरोध करें, आपको एक मानसिकता बनानी होगी कि आप प्रतिरोध और बदला लेना चाहते हैं। बच्चों को बहादुर बनाओ। 'लव जिहाद' एक साजिश है,ध्यान से। उन्होंने हिंदुओं से भी अपनी जिम्मेदारी का एहसास करने की अपील की।
दयाशंकर तिवारी ने कर्नाटक में प्रवीण कुमार जैसी कई घटनाओं का जिक्र किया और कहा कि ये सामान्य घटनाएं नहीं हैं। नुपुर शर्मा गलत होने पर कानूनी कार्रवाई की जा सकती है। लेकिन, ऐसा किए बिना सीधे लोगों का सिर कलम कर आतंक पैदा किया जा रहा है। भारत की छवि खराब करने की अंतरराष्ट्रीय साजिश है। मानवता हमारा मौलिक धर्म है। हमारी खामोशी को कायरता मत समझो।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हर फैसले का समर्थन करने की जरूरत है। वैरायटी चौक 'देश चला संतों साथ अब होगी' तकत से बात ', 'हिंदू समाज के हुतात्माओं को भूलो मत', 'जयकारे वीर बजरंगी, हर हर महादेव', 'जय श्री राम' आदि के नारों से गूंज रहा था। सभी के गले में भगवा दुपट्टा था। इस कार्यक्रम में संघ, विश्व हिंदू परिषद, बजरंग दल, भारतीय जनता पार्टी आदि सहित कई संगठनों के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने भाग लिया।