सुदर्शन के राष्ट्रवादी पत्रकारिता को आर्थिक सहयोग करे

Donation

जबलपुर में फिर सक्रिय हुए हवाला कारोबारी, मुख्य रेलवे स्टेशन पर पुलिस की सख्ती के बाद हवाला कारोबारियों ने अपनाया दूसरा विकल्प

हवाले के पैसों को एक शहर से दूसरे शहर पहुंचाने ले रहे सड़क मार्ग का सहारा, हवाला कैरीयस ने भी मुख्य रेलवे स्टेशन छोड़ किया ग्रामीण रेलवे स्टेशनों का रुख।

जीतेन्द्र चिमनानी
  • Dec 25 2020 12:23PM
जबलपुर । प्राप्त आंकड़ों के हिसाब से जबलपुर में पीछले 2 साल में हवाले के करीब 5 करोड़ रुपए पकड़े गए है, मुंबई और दिल्ली की ओर जाने वाली ट्रेनों के जरिए यह काला कारोबार संचालित किया जा रहा है , आंकड़ों से अंदाजा लगाया जा सकता है की जबलपुर हवाला कारोबार की एक बड़ी मंडी है शायद यही कारण है कि हवाला के विरुद्ध पुलिस द्वारा चलाए अभियान व सख्ती के बावजूद शहर में हवाला के कारोबार में प्रशाशन पूरी तरह से नकेल  कसने असक्षम रहा है।
 
पुलिस को चकमा देने हवाला कारोबारियों ने चुना सड़क मार्ग का विकल्प,
मुंबई और दिल्ली की ओर जाने वाली ट्रेनों के जरिए हवाला का लाखों-करोड़ों रुपए का काला कारोबार जबलपुर से चल रहा है, जिसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि पिछले दो वर्षों के दौरान जीआरपी और आरपीएफ ने मिलकर करीब 5 करोड़ रुपए हवाला कैरियर्स से जब्त किया है, जीआरपी और आरपीएफ के सक्रिय होने के बाद अब हवाला कारोबारियों ने अन्य विकल्प ढूंढ लिया है ,सूत्रों की माने तो जबलपुर के हवाला कारोबारी एक बार फिर सक्रिय हो चले हैं और हवाला का पैसा एक शहर से दूसरे शहर पहुंचाने मुख्य रेलवे स्टेशन की बजाय सड़क मार्ग से ग्रामीण और आस पास के रेलवे स्टेशन पर हवाला कैरियर को पहुंचा दिया जाता है जहां पुलिस की अधिक चेकिंग ना होने के कारण हवाला केरियर बड़े आराम से ट्रेन में सवार हो जाते हैं।
 आर पी एफ के बाद अब जीआरपी ने पकड़ा हवाला के रुपए
रेल्वे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर 5 से पकड़े गए यात्री से बरामद हुए 35 लाख 60 हजार,जबलपुर से हावड़ा जाने की फिराक में था वीरेंद्र चौबे,मुम्बई-हावड़ा ट्रेन से आरोपी को जाना था हावड़ा,
 सराफा व्यापारी पोद्दार ज्वेलर्स के रु लेकर जा रहा था युवक,युवक से पूछताछ के दौरान नही बताया रु का हिसाब किताब,पोद्दार ज्वेलर्स संचालक का नाम रमेश अग्रवाल,जीआरपी वीरेंद्र चौबे से कर रही है,
 
शहर में सक्रिय है हवाला कारोबार
सूत्रों की माने तो जबलपुर शहर के गोरखपुर,सराफा,करमचंद चौक,जयंती टॉकीज,खोवा मंडी, रद्दी चौकी  जैसे क्षेत्रों में छोटे बड़े हवाला कारोबारियों द्वारा हवाले का कारोबार सक्रिय रूप से संचालित किया जा रहा है। जब कभी पुलिस द्वारा हवाला कैरियर के विरुद्ध कोई कार्यवाही की जाती है तब एक या 2 दिन के लिए यह हावाला व्यापारी अंडरग्राउंड हो जाते हैं और स्थिति सामान्य होते ही सुचारू रूप से अपना कारोबार पुनः चालू कर देते हैं।
 
टैक्स व जुर्माना वसूल निपटा दिए जाते हैं मामले
 रकम पर दावा करने वालों के एक्सपोज होने पर उनसे आयकर अधिनियमों के तहत ब्याज और जुर्माने के साथ टैक्स वसूला जाता है। न्यायालीन प्रक्रिया तक पहुँचने वाले मामलों में तो कोर्ट से ही निर्णय होते हैं। ज्यादातर मामले टैक्स और जुर्माना वसूली के साथ निपटा लिए जाते हैं। लेकिन जिन मामलों में कोई दावा नहीं करता, उनकी रकम राजसात करके सरकारी खजाने में जमा करा दी जाती है। 
 
आयकर विभाग की इंग्लिश इन्वेस्टिगेशन टीम भी अवैध कारोबारियों की तह तक पहुंचने में रही है नाकाम,
 आयकर विभाग की इन्वेस्टिगेशन टीम भी आज तक हवाला कारोबारियों की तह तक पहुँचने में नाकाम रही है और शायद यही वजह है कि हवाला का कारोबार बंद होने की बजाय बढ़ता ही जा रहा है, जिसमें हवाला कारोबारियों ने शॉर्ट कट से पैसा कमाने का लालच देकर कॉलेज की युवा लड़कियों और लड़कों को काली कमाई के अंधे कारोबार में झोंक दिया है। जो लगभग हर रोज लाखों-करोड़ों रुपए बैग में भरकर मुंबई में क्लाइंट को देने जा रहे हैं।
 
मुंबई दिल्ली व सुरत है हवाले कारोबार का हॉटस्पॉट,
जीआरपी के सूत्रों का कहना है कि मुंबई के मेन सोर्स हवाला कारोबारियों के इशारे पर जबलपुर में हवाला कारोबार चल रहा है और हवाला कैरियर मुंबई, सूरत सहित देश के 40 शहरों में हवाला का पैसा लाने और ले जाने का काम कर रहे हैं। इनके मुंबई, सूरत, अहमदाबाद, वडोदरा सबसे प्रमुख केन्द्र हैं।

सहयोग करें

हम देशहित के मुद्दों को आप लोगों के सामने मजबूती से रखते हैं। जिसके कारण विरोधी और देश द्रोही ताकत हमें और हमारे संस्थान को आर्थिक हानी पहुँचाने में लगे रहते हैं। देश विरोधी ताकतों से लड़ने के लिए हमारे हाथ को मजबूत करें। ज्यादा से ज्यादा आर्थिक सहयोग करें।
Pay

ताज़ा खबरों की अपडेट अपने मोबाइल पर पाने के लिए डाउनलोड करे सुदर्शन न्यूज़ का मोबाइल एप्प

Comments

संबंधि‍त ख़बरें

ताजा समाचार