हाथरस पीड़िता की मौत के मामले में सवर्ण समाज के लोग धीरे-धीरे खुलकर सामने आने लगे हैं। इसे लेकर शुक्रवार को गांव बघना में 12 गांवों के लोगों की पंचायत हुई। इस पंचायत में लोगों ने आरोपियों के पक्ष में मांग उठाई है कि पूरे प्रकरण की सीबीआई जांच की जाए। वहीं आरोपी पक्ष और बिटिया पक्ष के लोगों का नारको टेस्ट कराया जाए, जिससे हकीकत सामने आ सके और निर्दोषों को न्याय मिल सके।
पीड़िता के गांव जाने वाले सभी रास्तों पर बड़़ी संख्या में पुलिसकर्मी तैनात किए गए है और गांव को छावनी में तब्दील कर दिया गया है। अलीगढ़ रेंज के आईजी पीयूष मोर्डिया बताते हैं कि हाथरस में कानून व्यवस्था की स्थिति बनाए रखने के लिए धारा 144 लागू की गई है। पीड़िता के गांव की तरफ जाने वाले रास्तों को सील कर दिया गया है। विरोध प्रदर्शनों के मद्देनजर पुलिस की गश्त बढ़ा दी गई है।