इनपुट-श्वेता सिंह, लखनऊ
ग्रेटर नोएडा वासियों के लिए एक बड़ी खुशखबरी सामने आई है। यहां को आबादी को जल्द ही गंगा का शुद्ध जल पेयजल के रूप में प्राप्त होगा। इसके लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सख्त निर्देशों के बाद ग्रेटर नोएडा (ग्रेनो) में 17 वर्षों से अटकी गंगा जल परियोजना पर तीव्र गति से काम शुरू हो गया है।
सीएम योगी ने दिए थे सख्त निर्देश-
बता दें इस परियोजना से ग्रेनो के आठ लाख लोगों को तात्कालिक रूप से शुद्ध पेयजल उपलब्ध होगा। इसके अलावा आने वाले समय में आबादी बढ़ने के बावजूद ग्रेनो में दशकों तक लोगों की प्यास बुझाई जा सकेगी। इस परियोजना की लागत आठ सौ करोड़ बताई जा रही है। योगी आदित्यनाथ के सख्त निर्देश के बाद शासन स्तर से परियोजना की लगातार मानिटरिंग की गई और स्थानीय स्तर पर अफसरों ने किसानों से संवाद के माध्यम से समस्याओं का समाधान निकाला। फिलहाल, पल्ला स्थित वाटर ट्रीटमेंट प्लांट पर कमिश्निंग का काम चल रहा है।
गंगाजल शीघ्र ही जैतपुर स्थित ट्रीटमेंट प्लांट पहुंच जाएगा और फिर ग्रेटर नोएडावासियों तक गंगाजल पहुंचाने का काम शुरू होगा। प्राधिकरण ने अगले तीन माह में गंगाजल की आपूर्ति के लिए कमीशनिंग का काम पूरा होने की उम्मीद जताई है। इस बारे में ग्रेटर नोएडा अथारिटी के पेयजल विभाग के सीनियर मैनेजर कपिल सिंह बताते हैं कि परियोजना के पूरा होते ही दो चरणों में लोगों को गंगा जल उपलब्ध कराया जाएगा। इसमें पहले चरण में तीन महीने बाद ग्रेनो ईस्ट और दूसरे चरण में उसके तीन महीने बाद ग्रेनो पश्चिम में गंगा जल उपलब्ध कराया जाएगा।
सीईओ ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण और मेरठ मंडल के कमिश्नर सुरेन्द्र सिंह ने बताया कि सीएम योगी के निर्देशों पर ग्रेनोवासियों के घरों तक गंगाजल शीघ्र लाने की पूरी कोशिश की जा रही है। 85 क्यूसेक गंगाजल परियोजना सभी ग्रेटर नोएडावासियों के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। इससे एक तरफ उनके घरों में गंगाजल आने लगेगा और दूसरी तरफ भूजल की भी बचत होगी। इससे भूजल स्तर में भी सुधार होगा।