कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष को लेकर इन दिनों राजनीतिक मौसम कुछ गर्म हुआ है। जिसके चलते राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत सोनिया गांधी से मिलने दिल्ली पहुंचे है। वहीं इस मुलाकात के बाद वह राहुल गांधी से मिलने कोच्चि की ओर अपना सफर तय करेगें।
आपको बता दें कि, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का कहना है कि, 'अगर पार्टी के लोग मुझे पसंद करते हैं और उन्हें लगता है, अध्यक्ष पद पर मेरी जरूरत है, तो मैं मना नहीं करुंगा। आगे जानकारी देते हुए उन्होंने कहा कि, वक्त बताएगा कि मैं कहा रहूंगा, कहा नहीं।
जानकारी के लिए बता दें कि एक पद, एक व्यक्ति फॉर्मूला पर गहलोत ने कहा कि उनकी कोई इच्छा नहीं है किसी भी पद पर रहने की। इसका कारण उन्होंने यह बताया कि, वह बहुत पदों पर रह चुके है, साथ ही गहलोत का कहना है कि, उनकी उपस्थिति से पार्टी को फायदा होना चाहिए। कांग्रेस मजबूत हो इतना ही वह चाहते है।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने आगे अपनी इच्छा जताते हुए कहा कि, 'मैं एक बार और प्रयास कर रहा हूं, राहुल गांधी को अध्यक्ष पद के लिए मनाने का और राहुल नहीं माने उस वक्त गहलोत खुद नामांकन करेंगे।
दरअसल, पहले भी जयपुर में मंगलवार रात को कांग्रेस विधायक दल की बैठक हुई थी। इस बैठक के दौरान गहलोत ने अध्यक्ष पद की कुछ हद तक इच्छा साफ जताई थी, और विधायकों को उनके नामांकन करने के लिए दिल्ली आने तक के लिए कहा।
जानकारी के लिए बता दें कि, ऐसी अशंका जताई जा रही है कि, अशोक गहलोत के दिल्ली और कोच्चि दौरे के बाद भी ऐसी बैठके हो सकती है।