इनपुट-रोहित बाजपेई, लखनऊ
योगी सरकार ने गायों की सेवा और उन्हें सुरक्षित रखने के उद्देश्य से गौशालाएं खुलवाईं थी मगर ये गोशालाएं गोवंश के लिए मौतशाला बन गईं हैं। ये ऐसी सरकारी कसाईखाना बन गईं हैं, जहां गाय भूख से, प्यास से तड़प-तड़प कर मर रही है और उनके शरीर में कीड़े पड़ रहे है।
पूरा मामला मोहनलालगंज क्षेत्र के बेलहिया खेड़ा गांव का है जहां गोशाला में गायों के मरने के बाद उन्हे खुले में फेक दिया जाता है और आला अधिकारियों को भनक तक नहीं लगती । ताजा मामला विकास खंड मोहनलालगंज के ग्राम पंचायत बेलहिया खेड़ा और ग्राम पंचायत खुजेहटा की संयुक्त गोशाला का है। यहां आए दिन भूख प्यास से तड़प तड़प कर गौवन्सो की मौत होती है लेकिन प्रशाशन को इस बात की भनक तक नहीं लगती। ग्राम बेलहिया ग्राम पंचायत खुजेहटा के प्रधान वा आला अधिकारियों की लापरवाही साफ देखने को मिल रही है ।
जहां एसडीएम मोहनलालगंज गौशालाओं का निरीक्षण करते है वही मोहनलालगंज के बेलहिया खेड़ा वा खुजेहटा ग्राम पंचायत में इस प्रकार से तड़प तड़प कर मर रही गौवंशो के जिम्मेदारों पर किस प्रकार होगा एक्शन यह देखना है l