छत्तीसगढ़ में गणेशाेत्सव में इस बार चार फीट से ज्यादा बड़ी प्रतिमाएं नहीं बैठेंगी। पंडाल भी छाेटे रखे जाएंगे ताकि एक साथ भीड़ एकत्रित न हाे, संक्रमण का खतरा न रहे। ऐसा काेराेना संक्रमण काे राेकने के लिए किया जा रहा है। इस संबंध में कई जिलों के कलेक्टरों ने आदेश जारी किया है।
इससे पहले गोधन न्याय योजना के शुभारंभ के अवसर पर मुख्यमंत्री निवास आये एक किसान कृष्ण कुमार चक्रधारी ने भगवान गणेश की मूर्ति मुख्यमंत्री को भेंट की। मूर्तिकार चक्रधारी ने मुख्यमंत्री को बताया कि उनका परिवार गणेश भगवान की मूर्ति भी बनाकर बेचता है। उन्होंने गणेश उत्सव के लिए 36 मूर्तियां बनाई है, कोरोना संक्रमण के कारण मूर्तियां बेचने को लेकर दुविधा की स्थिति बनी हुई है। उन्होंने मुख्यमंत्री से निवेदन किया कि गणेश उत्सव के लिए भगवान की मूर्तियां बेचने की अनुमति दी जाए। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने उन्हें बताया कि चार फीट तक की मूर्तियां बेचने की अनुमति दी गई है।
आदेश में ये
जिला कलेक्टरों के आदेश में कहा है कि गणेश चतुर्थी पर कोरोना संक्रमण के कारण जहां तक संभव हो, घरों में ही पूजा करें। सार्वजनिक स्थलों पर आयोजन की अनुमति शर्तों के आधार पर दी जाएगी। मूर्ति 4 फीट से अधिक ऊंची नहीं होनी चाहिए। पंडाल की साइज 15 गुणा 15 से कम हो। रात में लाउड स्पीकर प्रतिबंधित होगा। पूजा स्थल पर एक साथ 20 से अधिक संख्या में व्यक्ति एकत्रित नहीं होंगे। मास्क का उपयोग, सोशल डिस्टेंसिंग अनिवार्य होगा।