सोचिए कोई आपकी मदद कर रहा है लेकिन बाद में पता चले कि मदद के पीछे एक षड्यंत्रकारी भावना छिपी हुई है तो आपके पैरों तले जमीन खिसक जाएगी. उत्तर प्रदेश के मेरठ में ऐसी ही वारदात हुई है जहां ईसाई मिशनरियों ने पहले कोरोना काल में लोगों की मदद की और फिर उसके बाद लोगों पर धर्मपरिवर्तन का दबाव बनाने लगे.
मेरठ में चल रहा है धर्मपरिर्वतन
मेरठ में अवैध तरीके से झुग्गी झोपड़ियों के लोगों को ईसाई मिशनरी द्वारा लालच देकर धर्मपरिर्वतन कराने की कोशिश की गई है. मेरठ के ईसाई मिशनरी भवन में लालच देकर पहले लोगों की पूजा पद्धिति बदलवाई गई और फिर धीरे धीरे उन्हें अपना धर्म बदलने के लिए प्रेरित किया जाने लगा.
धर्म परिवर्तन का चल रहा गंदा खेल
वहीं बीते 4 सालों से यहां धर्म परिवर्तन कराने का गंदा खेल खेला जा रहा था. जब देश कोरोना काल से जूझ रहा था तब मेरठ में ईसाई मिशनरियों ने मेरठ के ब्रह्मपुरी थाना क्षेत्र के मंगत पुरम में गरीब हिंदू परिवारों को अनाज और सहायता का लालच देकर प्रार्थना सभाओं में बुलाया था. इसके बाद में उन पर धर्म परिवर्तन करने का दबाब बनाने लगे.
400 से अधिक हिंदू को बनाया निशाना
उस क्षेत्र के 400 से ज्यादा हिन्दू परिवारों को ईसाई मिशनरियों ने बनाया अपना निशाना. जिन्हें मिशनरियों की साजिश के तहत अपने सनातन धर्म से अलग कर रहीं थी. इस पूरे मामले में पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया और आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है.
धर्मपरिवर्तन गैंग अब एक्टिव
मेरठ में धर्मपरिवर्तन गैंग अब एक्टिव हो चुके है. ईसाई मिशनरियां हिंदुओं को अपना निशाना बना रहीं है. कोरोना खत्म होने के बाद धर्मांतरण गैंग अब एक्टिव हो गई है. भोले-भाले हिंदुओं को साजिश के तहत फंसाया जा रहा है. ईसाई मिशनरी भवन में बुलाकर सबका धर्मातंरण किया जा रहा था.
शिकायत के बाद संज्ञान में आया मामला
हिंदु संगठनो की शिकायत के बाद मामला संज्ञान में आया था. वहीं पुलिस ने धर्मपरिवर्तन मामले में मामले को दर्ज कर लिया है. ईसाई मिशनरियों के निशाने पर 400 से ज्यादा हिंदू परिवार है.