प्रधानमंत्री मोदी द्वारा मंगलवार को किए गए 20 लाख करोड़ के राहत पैकेज की घोषणा के बाद वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आज इस पैकेज की तीसरी किस्त की जानकारी दी।
इसके साथ ही वित्त मंत्री ने सरकार की तरफ से पशुपालन इंफ्रास्ट्रक्चर विकास निधि की घोषणा की. इसके तहत डेयरी प्रोसेसिंग, मूल्य संवर्धन और पशु चारे से संबंधित इंफ्रास्ट्रक्चर में निजी निवेश का समर्थन करने के लिए 15,000 करोड़ रुपयों की व्यवस्था की गई है। वित्त मंत्री ने यह भी कहा 2020-21 के लिए डेयरी सहकारी समितियों को ब्याज में 2% वार्षिक छूट की नई योजना शुरू की गई है, सरकार का अनुमान है कि इस योजना के जरिए 5000 करोड़ रुपये की अतिरिक्त लिक्विडिटी को अनलॉक किया जा सकेगा,इसके साथ ही इस योजना से 2 करोड़ किसानों को लाभ पहुंचेगा।
कोरोना संकट काल में पशुपालन के क्षेत्र में उठाए जाने वाले कदमों के बारे में बताते हुए निर्मला सीतारमण ने कहा कि लॉकडाउन के दौरान दूध की मांग में 20 से 25 फीसदी की कमी आई है. सहकारी समितियों द्वारा हर दिन 560 लाख लीटर दूध का उत्पादन किया जा रहा है लेकिन प्रतिदिन की बिक्री महज 360 लाख लीटर ही है,जिस 111 करोड़ लीटर दूध का अतिरिक्त उत्पादन हो रहा है उसकी कुल कीमत 4100 करोड़ रुपये है।
इससे पहले सुदर्शन न्यूज़ से 14 मई को डेयरी विषय पर e कॉन्क्लेव आयोजित किया था जिसने सभी राज्यो के पशुपालन मंत्री ने भाग लिया और उनके राज्यो में पशुपालकों को क्या क्या समस्या आ रही है इस पर विस्तार से बातचीत की, उसके बाद सरकार ने उनको बड़ी राहत दी है