कश्मीर के उरी सेक्टर में 18/19 सितंबर की रात को कुछ आतंकी गतिविधियाें की जानकारी सेना के हाथ लगी. जिसके बाद सेना अलर्ट पर है. मिली जानकारी के मुताबिक कश्मीर के उरी सेक्टर में कुछ संदिग्ध गतिविधियों का पता लगाने के बाद भारतीय सेना ने रविवार को नियंत्रण रेखा सर्च ऑपरेशन चलाया है. एक अधिकारी ने जानकारी दी कि अभी तक कोई संपर्क स्थापित नहीं हुआ है, और सेना को यकीन नहीं है कि घुसपैठिए उरी में घुस गए हैं या पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में लौट गए हैं।
बता दें कि रक्षा प्रवक्ता कर्नल एमरोन मसावी ने पुष्टि की है कि 18/19 सितंबर की रात को एलओसी पर संदिग्ध गतिविधि का पता चला था। उन्होंने कहा, "क्षेत्र की तलाशी जारी है।" अधिकारियों ने कहा कि सितंबर और अक्टूबर महीने हमेशा घुसपैठ के प्रयासों की तुलना में महत्वपूर्ण होते हैं क्योंकि आमतौर पर भारी बर्फबारी के कारण घुसपैठ के लिए पास और रिज का इस्तेमाल किया जाता है।
अधिकारी ने कहा कि पिछले कुछ महीनों में विभिन्न क्षेत्रों से कश्मीर में घुसपैठ के कई प्रयास किए गए। गाैरतलब है कि इस साल कई इलाकाें समेत नियंत्रण रेखा पर आतंकियाें की गतिविधियाें बेहद कम हाे गई है. बता दें कि उत्तरी कश्मीर में विशेष रूप से उरी, नौगाम, तंगदार, केरन, माछिल और गुरेज सेक्टरों से नियंत्रण रेखा पर घुसपैठ के प्रयासों में काफी कमी आई है।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, “गार्ड को कम नहीं किया जा सकता क्योंकि हम नहीं जानते कि चीजें कब अस्थिर हो सकती हैं। हमारे जवान लगातार निगरानी में हैं। यह एलओसी पर कड़ी निगरानी है जिसने घुसपैठ के प्रयासों को रोका है।” अधिकारी ने बताया कि सेना के 19 पैदल सेना और 27 पैदल सेना डिवीजनों के अधिकारी, जो उरी से गुरेज तक नियंत्रण रेखा पर नजर रखने के लिए जिम्मेदार हैं, ने भी नियंत्रण रेखा के पार से घुसपैठ के प्रयासों में गिरावट को स्वीकार किया है।