कल सुबह से जेवर, मथुरा और आगरा टोल प्लाजा पर फास्टैग का ट्रायल किया जाएगा।तीनों टोल प्लाजा पर अप और डाउन की दो-दो साइड फास्टैग के लिए तैयार की गई हैं। सूत्रों की मानें तो फास्टैग का ट्रायल कामयाब होने पर ही इसकी मंजूरी पर मुहर लगेगी।
1 अप्रैल से यमुना एक्सप्रेस वे पर फास्टैग के जरिए टोल की वसूली शुरू करने की योजना थी, लेकिन तैयारियां पूरी नहीं होने की वजह से इसको शुरू नहीं किया जा सका था।
राष्ट्रीय राजमार्ग प्रधिकरण देशभर में फास्टैग सर्विस को अनिवार्य कर चुका है। अब लगभग सभी टोल प्लाजा पर फास्टैग सर्विस के तहत टोल वसूला जा रहा है।लेकिन लेकिन प्राइवेट कंपनी जेपी द्वारा संचालित यमुना एक्सप्रेस वे पर अभी तक फास्टैग सर्विस शुरू नहीं हो सकी थी, इसकी सबसे बड़ी वजह इसका प्राइवेट होना ही था।लेकिन अब यमुना एक्सप्रेस वे पर भी फास्टैग सर्विस का ट्रायल होने जा रहा है। जबकि आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस वे पर यह सुविधा पहले से ही है।जेपी इंफ्राटेक के अधिकारियों की मानें तो यमुना एक्सप्रेस वे पर 15 जून से फास्टैग सर्विस के ट्रायल की शुरुआत हर एक टोल प्लाजा की एक साइड पर दो लेन से होगी। मतलब आने और जाने वाली साइड पर फास्टैग की दो-दो लेन होंगी।
लेकिन बाद में इन्हें बढ़ा दिया जाएगा। कोरोना-लॉकडाउन के असर के चलते अभी एक्सप्रेस वे पर ट्रैफिक कम है।जबकि सामान्य दिनों में एक आंकड़े के मुताबिक एक्सप्रेस वे से रोजाना करीब 40 हजार वाहन गुजरते हैं। इसमे दो पहिया और हल्के चार पहिया से लेकर भारी वाहन भी शामिल हैं।