भारत सरकार ने भले ही 15 फरवरी से सभी राष्ट्रीय राजमार्गों को कैशलेस करने के लिए सभी को fastag अनिवार्य कर दिया हो लेकिन जानकारी के अभाव में लोगों को दुगना टोल टैक्स देना पड़ रहा है।
अलीगढ़ के गभाना टोल प्लाजा और मडराक टोल प्लाजा से अब तक लाखों रुपये फाइन के तौर पर लिए जा चुके हैं,हालांकि टोल प्लाजा के पास प्राइवेट कंपनियां फास्टैग लगाने और रिचार्ज करने की सुविधा दे रही हैं फिर भी ट्रैफिक जाम से निजात नहीं मिल पा रही है ।आज सुदर्शन न्यूज़ की टीम ने अलीगढ़ के गभाना टोल प्लाजा पर शिफ्ट इंचार्ज से बात की तो उन्होंने फास्टैग संबंधित सभी समस्याओं का समाधान किया और कहा इस सुविधा का पब्लिक को लाभ उठाना चाहिए,जागरूक भी रहना चाहिए।
राष्ट्रीय राजमार्गों को कैशलेस बनाने की मुहिम कारगर साबित होगी सरकार का भी यही कहना है।।