किसान आंदोलन में किसानों ने गणतंत्र दिवस के दिन टैक्टर परेड़ निकालने की मांग की थी। इस मांग को सरकार ने मांन लिया था और शांतिपूर्ण तरीके से शर्त के साथ परेड़ निकालने की इजाजत दे दी थी। लेकिन अब किसानों की टैक्टर परेड़ में कुछ उपद्रवियों ने उत्पात मचाना शुरु कर दिया है।
दरअसल किसान जिस कृषि कानून के खिलाफ रोक लागाने की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहें थे उसे सरकार ने ढेड़ साल तक के लिए लाने से मना कर दिया है। पर फिर भी सरकार ने किसानों ने टैक्टर परेड़ निकालने की मांग की थी और अब इसी परेड़ में किसानों हिंसा करना शुरू कर दिया है।
यूपी गेट पर बैरिकेड तोड़कर किसान दिल्ली में घुसे
टीकरी बॉर्डर के बाद यूपी गेट से भी किसान दिल्ली में घुस गए हैं। दोनों जगहों पर किसानों ने बैरिकेड तोड़ा है। पूर्वी दिल्ली स्थित यूपी गेट पर बैरिकेड तोड़कर किसान दिल्ली में घुस गए हैं। यहां तक कि गाज़ीपुर डेयरी फार्म तक पहुंच गए हैं। वहीं युवा परेड के नाम पर सड़कों पर हुड़दंग कर रहे हैं।, एनएच- 9 व एक्सप्रेस-वे पर पूरी तरह से किसानों का कब्ज़ा है। इस दौरान डीटीसी बस के भी तोड़े जाने की खबर आई है।
नोएडा मोड़ पर किसानों और पुलिस के बीच टकराव
नोएडा मोड़ पर किसानों और पुलिस के बीच भिड़ंत हुई है. किसानों ने बैरिकेड्स को तोड़कर फेंक दिया है। किसानों का कहना है कि पुलिस की लापरवाही के कारण यह भिड़ंत हुई है। अभी भिड़ंत के बाद किसानों को उनके रूट पर जाने के लिए कह दिया गया है।
दिल्ली पुलिस के अधिकारियों और किसानो के बीच कुल 37 प्वाइंट पर दिल्ली की सीमाओं में प्रवेश करने को लेकर करार हुआ था। करार में यह भी साफ साफ बता दिया गया था कि NOC के अनुसार एक भी मुद्दे पर अगर अवहेलना की जाएगी तो तय NOC को रद माना जायेगा। हर सीमा से पांच- पांच हजार ट्रैक्टरों और पांच हजार लोगों को ही दिल्ली पुलिस द्वारा दिल्ली की सीमाओं में घुसने की अनुमति दी गई है।