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किसान आन्दोलन:राकेश टिकैत ने सरकार पर कसा तंज, कहा- मुकदमे की तरह तारीखें मिल रहीं हैं, पेशी की तरह जाते रहेंगे किसान

किसान नेता राकेश टिकैत ने फिर सरकार को घेरा

Namit Tyagi
  • Jan 16 2021 7:12PM
दिल्ली के सभी बॉर्डर पर किसानों का आंदोलन लगातार जारी है किसान आंदोलन का आज 52वाँ दिन है किसानों के इस शांत आंदोलन की ‘ताकत’ भी लगातार बढ़ती जा रही है। ठंड की परवाह किए बिना हरियाणा, पंजाब, यूपी, राजस्थान समेत अन्य राज्यों से किसानों के जत्थे रसद के साथ लगातार धरनास्थल पर पहुंच रहे हैं। इस बीच किसानों की सरकार के साथ 9वें दौर की बैठक बेनतीजा रहने के बाद भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि सरकार किसानो को किसी मुकदमे की तरह तारीखे दे रही है। 

टिकैत ने कहा कि मुकदमे की तरह तारीखें मिल रहीं हैं, किसान पेशी की तरह जाते रहेंगे। साथ ही उन्होंने कहा कि इस आंदोलन का हल बातचीत से ही निकलेगा, इस बात को किसान भी मानते हैं और सरकार भी। उधर, वार्ता में कोई निष्कर्ष न निकलने पर यूपी गेट पर बैठे आंदोलनकारी किसानों में गुस्सा बढ़ गया है। किसानों का कहना है कि बिना कानून वापस कराए वह आंदोलन से जाने वाले नहीं हैं। वहीं, किसानों ने हाईवे के साइन बोर्ड पर भी जब तक बिल वापसी नहीं तब तक घर वापसी नहीं और कॉरपोरेट भगाओ-देश बचाओ के बैनर लगा दिए हैं। गौरतलब है कि नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसान 28 नवंबर से यूपी गेट पर डेरा डाले हुए हैं और 3 दिसंबर से NH-9 के गाजियाबाद-दिल्ली कैरिजवे को भी बंद कर दिया है। उधर, सुप्रीम कोर्ट के कमेटी वाले फैसले पर भी किसान संगठन संतुष्ट नजर नहीं आ रहे हैं। आंदोलनरत किसानों की मांग तीनों कृषि कानूनों को रद्द करने और एमएसपी पर कानून बनाए जाने की है। इसके मद्देनजर दिल्ली की सीमाओं पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है। सिंघु बॉर्डर पर भारी संख्या में सुरक्षा बलों को तैनात किया गया। हालांकि इन सबके बीच 19 जनवरी को सरकार के साथ बातचीत में कोई समाधान निकल सकेगा या नही ये अभी भी एक बड़ा सवाल बना हुआ है

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