Farmer Protest : तथाकथित किसानों की मौत पर मुआवजा की मांग को लेकर कृषि मंत्री ने दिया लिखित जबाब....सामने आई चौकाने वाली बात
यह बात कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने लोकसभा में लिखित जवाब में कही। तोमर ने कहा, कृषि मंत्रालय के पास किसान आंदोलन की वजह से किसी किसान की मौत का कोई रिकॉर्ड नहीं है। ऐसे में मृतक किसानों के परिजनों को मुआवजे का कोई सवाल ही नहीं उठता।
प्रधानमंत्री द्वारा कृषि कानून ख़त्म करने का ऐलान के बाद भी किसान आंदोलन ख़त्म नहीं कर रहे है। पहले उनका कहना था कि जब तक कानून ख़त्म करने की प्रक्रिया ख़त्म नहीं होगी तब तक आंदोलन ख़त्म नहीं होगा। बता दें 29 नवंबर को कृषि कानून निरस्त विधेयक भी लोकसभा और राजयसभा दोनों में पास हो गया लेकिन किसान की मांगे अभी भी ख़त्म नहीं हुई है। बता दें किसान एमएसपी, और आंदोलन में हुई किसानो की मौत पर उनको मुआवजा देने समेत अन्य मानगो पर टिके हुए है। फ़िलहाल में ही किसानों की इस मांग को लेकर कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा है कि संसद में ऐसा कोई रिकॉर्ड नहीं है जो ये शाबित करें कि आंदोलन के दौरान किसानों की मौत हुई है
आपको बता दें कि यह बात कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने लोकसभा में लिखित जवाब में कही। तोमर ने कहा, कृषि मंत्रालय के पास किसान आंदोलन की वजह से किसी किसान की मौत का कोई रिकॉर्ड नहीं है। ऐसे में मृतक किसानों के परिजनों को मुआवजे का कोई सवाल ही नहीं उठता।
दरअसल, सरकार ने लोकसभा में पूछा गया था कि क्या सरकार के पास कोई डाटा है कि कितने किसानों की आंदोलन के दौरान मौत हुई है और क्या सरकार आंदोलन के दौरान मारे गए किसानों के परिजनों को मुआवजा देगी। अगर ऐसा है, तो इसकी सरकार विस्तृत जानकारी दे, अगर नहीं है, तो सरकार इसकी वजह बताए।
सरकार ने भले ही कृषि आंदोलन के दौरान एक भी किसान की मौत न होने का दावा किया हो, लेकिन किसान संगठनों का दावा है कि पिछले 1 साल से चल रहे किसान आंदोलन के दौरान करीब 700 किसानों की मौत हुई है। इतना ही नहीं किसान संगठन अपनी शर्तों में इन किसानों के परिजनों को मुआवजा देने की भी मांग कर रहे हैं।
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