बांग्लादेश के यूनाइटिड कॉलेज में कट्टरपंथी भीड़ द्वारा एक हिंदू स्कूल प्रिंसिपल को सैंकड़ों लोगों के बीच जूतों की माला पहनाकर अपमानित किया गया। प्रिंसिपल की गलती बस इतनी थी कि उन्होंने उस हिंदू छात्र को इस्लामी भीड़ से बचाया था जिसे नुपूर शर्मा की तस्वीर शेयर करने पर प्रताड़ित किया जा रहा था।
घटना के बाद भीड़ ने अपना गुस्सा प्रिंसिपल को सबके सामने जलील करके उतारा। हद तो तब हुई जब ये सब कुछ पुलिस के सामने हुआ और सभी वहां मूरदर्शक बने देखते रहे।
आपको बता दें कि इस पूरे मामले की शुरुआत एक फेसबुक पोस्ट के जरिए हुई जब कॉलेज छात्र ने नुपूर शर्मा के समर्थन में फोटो को अपने सोशल मीडिया पर शेयर किया। इस पोस्ट को देख कट्टरपंथियों ने हिंदू छात्र पर आपत्ति जताते हुए पोस्ट को डिलीट करनें को कहा। इसी दौरान प्रिंसिपल स्वप्न कुमार बिस्वास ने हिंदू छात्र का पक्ष रखा।
जब स्थानीय कट्टरपंथियों को इस बात का पता चला तो उन्होंने प्रिंसिपल की और दो शिक्षकों की बाइक में आग लगा दी और पुलिस से भी उनकी झड़प हो गई। बाद में प्रिंसिपल के गले में जूते की माला पहनी वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आई। कट्टरपंथियों ने कहा कि टीचर ने इस्लाम का अपमान किया है
प्रदर्शनकारियों ने कहा कि प्रिंसिपल के साथ ऐसी बदसलूकी सिर्फ इसलिए हुई क्योंकि वो हिंदू समुदाय के हैं। हकीकत में प्रिंसिपल का घटना से कोई लेना देना नहीं था। फिर भी पुलिस ने उनकी रक्षा नहीं कीं। प्रदर्शनकारियों ने गुस्सा जाहिर करते हुए कहा कि ये पूरी घटना सैंकड़ों लोगों के सामने घटी, जो बताती है कि बांग्लादेश का प्रशासन कट्टरपंथियों के आगे कितना मजबूर है।
कट्टरपंथियों ने आरोप लगाया कि कुछ मुस्लिम छात्र टीचर के पास हिंदू छात्र की शिकायत लेकर गए थे, लेकिन टीचर ने पुलिस बुला ली। इसी बात पर नाराज भीड़ ने उनको सबक सिखाने के लिए सबके सामने जलील किया। हाल इस तरह कर दिया गया कि प्रिंसिपल ने घटना के बाद सबसे दूरी बना दी शुरू कर दी है। वह डर से घर पर भी नहीं रहते। वहीं हिंदू छात्र के खिलाफ डिजिटल सिक्योरिटी एक्ट के तहत कार्रवाई होगी।