जिला मुजफ्फरनगर पुलिस ने जिस प्रकार से पहले तो फर्जी पत्रकारों के विरुद्ध एक महा भी आने छोड़कर जनपद को कई नकली पत्रकारों से मुक्ति दिलाई तो वहीं उसके बाद अभिषेक यादव के नेतृत्व में उसी पुलिस बल ने गौ हत्यारों के विरुद्ध एक बड़ा अभियान चलाया और कई गौ हत्यारों को जेल की सलाखों के पीछे भेज दिया। लेकिन मुजफ्फरनगर पुलिस का काम यहीं नहीं रुका था अब मुजफ्फरनगर पुलिस ने फर्जी अर्थात फ्रॉड से जुड़े ऐसे मामले का भंडाफोड़ किया जिसमें कोई व्यक्ति खुद को मुख्यमंत्री का सचिव तक बता रहा था।
न्याय हित में किसी भी दबाव या प्रभाव में ना आने वाले एसएसपी अभिषेक यादव इस बार भी अपने अभियान में सफल रहे और मुख्यमंत्री का फर्जी निजी सचिव आखिरकार सलाखों के पीछे भेज दिया गया। सुदर्शन न्यूज़ संवाददाता जिला मुजफ्फरनगर समर ठाकुर द्वारा मिली जानकारी के अनुसार जिला मुज़फ्फरनगर।
पुरकाजी में साथी के साथ पकड़ा गया है मुख्यमंत्री का फर्जी निजी सचिव.. इस फर्जी निजी सचिव ने दुस्साहसिक रूप से अपने मामा के खिलाफ मुकदमे से नाम निकालने को डीआईजी, डीम, एसएसपी को फोन कर नाम निकालने के दिये थे आदेश।
दो दिन पूर्व गांव गोधना में हिन्दू गुज्जर ओर मुस्लिम समाज के लोगो में सरकारी तालाब के कब्जे को लेकर पथराव ओर फवाई फायरिंग हुई थी,जिसमे पुरकाजी कोतवाल सुभाष गौतम ने ग्राम प्रधान अफसर अली को गिरफ्तार किया था। पुलिस के अनुसार ग्राम प्रधान के भांजे शाद पुत्र सुलेमान निवासी भैसारेडी थाना छपार ने डीआईजी,डीएम,एसएसपी को फोन कर अपने आप को मुख्यमंत्री का निजी सचिव बताकर मुकदमे से ग्राम प्रधान का नाम निकालने के लिए निर्देशित किया था,जिसकी एसएसपी ने जांच कराई तो पूरा मामला फर्जी निकला,पुरकाजी पुलिस ने फर्जी सचिव को उसके साथी इर्तज़ा पुत्र अमीर अहमद निवासी बसेड़ा को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।