उठ चुकी रिहाई की मांग :नीतीश का सर दर्द
पूर्ब सांसद विधायक रहे शेरे बिहार से पॉपुलर राजपुत शिरोमणि आनंद मोहन ज़ी की जेल यात्रा खत्म होने के बाद भी उन्हे बिहार सरकार नोटिस नहीं ले रहीं .
आपको बता दे कि भीड़ का लीडरशिप कर रहे श्री मोहन आईएएस किष्णाय हत्या कांड मे १४ साल से भी अधिक सज़ा काट चुके हैं .65 के पास इनकी उम्र हो चुकी हैं .जेल रहते कबि लेखक आलोचक बने .गाँधी पर लिखे कवीता पुस्तक को सीबीएसई सहित संसद के पुस्कालय मे जग़ह दी गई .राजनीत मे पत्नी पुर्ब सांसद हैं .बड़ा लड़का राजद विधायक हैं .राजनीत मे कभी नीतीश इनके करीब थे .समता पार्ट १ मे बिहार झाखण्ड मे श्री मोहन की 90- 2000 के दशक मे मुख्यमंत्री के नाम के रूप मे देखा जा रहा था .पर अपने हटी आदत के कारण नीतीश से नहीं बना .फिर दुरिया जेल तक आ गया .अब नीतीश को यह सरदर्द हो रहा हैं कि बाहर आने के बाद मेरा क्या होगा ?कोट टाइम देखकर रिहा जरूर करेंगी .बिहार के राजनीत बदल सकते हैं .
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