राजधानी
दिल्ली का दशहरा और रामलीला पूरे देशभर में प्रसिद्ध है और हर साल उस समय चर्चा
में आता है, जब दशहरे के मौके पर रामलीला का मंचन होता है। लेकिन इस बार दशहरा में
कुछ अलग तैयारी की जा रही है। क्योंकि हर साल दशहरा में रावण, कुभकरण और मेघनाथ की
पुतला जलाई जाती थी। लेकिन इस साल दशहरे में तीन पुतले नहीं बल्कि चार पुतले जलाने
की तैयारी है। चौथा पुतला सनातन विरोधी का होगा। इस बारे में दिल्ली बीजेपी की ओर
से जानकारी दी गई।
दिल्ली रामलीला महासंघ का ऐलान
आपको बता
दें कि रामलीला महासंघ ने दिल्ली में होने वाली रामलीलाओं को लेकर एक बैठक की,
जिसमें ये एलान किया गया है कि दशहरे में पर रावण, कुभकरण और मेघनाथ के साथ सनातन
विरोधियों के पुतले का भी दहन किया जाएगा। इस बारे में दिल्ली बीजेपी की ओर से
जानकारी दी गई।
दिल्ली
की रामलीला में चौथे पुतले के रूप में सनातन विरोधी का पुतला जलाने की ख़बर ऐसे
समय में सामने आई है जब अलग-अलग राज्यों से सनातन विरोधी बयान आ रहे है। बता दें
कि डीएमके नेता उदयनिधि स्टालिन ने तमिलनाडु में आयोजित एक कार्यक्रम में सनातन
धर्म को कई सामाजिक बुराइयों के लिए जिम्मेदार ठहराते हुए इसे समाज से खत्म करने
की बात कही थी। इस बयान के कारण अब वह देशभर के निशाने पर है। वहीं इस बयान के
सपोर्ट में उनकी ही पार्टी के अन्य नेता ए.राजा और बिहार के शिक्षा मंत्री
चंद्रशेखर यादव ने बचाव करते हुए बड़ा विवादित बयान दे दिया।
रामलीला महासंघ से भाजपा अध्यक्ष की मुलाकात
दिल्ली भाजपा की ओर से जारी एक आधिकारिक प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया
है कि दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने आज सुबह रामलीला महासंघ, दिल्ली के अध्यक्ष अर्जुन कुमार से बात की। उनसे
अनुरोध किया गया है कि सभी रामलीला आयोजनकर्ता सनातन धर्म विरोधी नेताओं के पुतले
जलाएं। इसके लिए बकायदा भाजपा की ओर से रामलीला महासंघ के अध्य़क्ष को पत्र लिखा
गया है
रामलीलाओं के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया
श्री रामलीला महासंघ के प्रेसीडेंट अर्जुन कुमार ने सरकार से मांग
करते हुए कहा कि जिस तरह सरकार कांवड़ यात्रा के दौरान लगने वाले शिविरों को
निशुल्क बिजली आदि की सुविधाएं उपलब्ध कराती है, उसी तर्ज पर सभी रामलीला कमेटियों को इसी साल से निशुल्क बिजली और
दशहरे के दिन ग्रीन पटाखों को चलाने की अनुमति मिलनी चाहिए।
दिल्ली में लगभग 650 से जायदा जगह पर छोटी- बड़ी रामलीला का आयोजन
होता है। इन रामलीलाओं में दशहरे पर प्रधानमंत्री से लेकर सोनिया गांधी, राहुल गांधी मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भी
शामिल होते हैं।