इनपुट-अखिल तिवारी
सीएम योगी उत्तर प्रदेश में शिक्षा के स्तर को हर सम्भव प्रयास से बढ़ाने कि निरन्तर कोशिश कर रहे हैं। चाहे बात बेसिक शिक्षा की हो या उच्च शिक्षा कि सरकार नए आयाम देने कि कोशिश कर रही है।मानव संसाधन विकास मंत्रालय व यूजीसी के सहयोग से शोध को बढ़ाने के बनाए गए शोध गंगा पोर्टल पर 6 महीने पहले देश में पांचवा स्थान रखने वाला वीबीएस पूर्वांचल विश्वविद्यालय अब देश में तीसरे और प्रदेश में अव्वल नम्बर पर आ गया है। विश्वविद्यालय की ओर से शोध गंगा पोर्टल पर अब तक 8211 थिसिस अपलोड की गई है।
*विश्वविद्यालय की टॉप सूची*
प्रदेश के अंदर कुल 17 राज्य विश्वविद्यालय हैं। इसमें, 8211 थीसिस के साथ वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विवि जौनपुर देश भर में तीसरे नम्बर पर है। कानपुर का छत्रपति साहू जी महाराज विश्वविद्यालय देश भर के विश्वविद्यालयों में 6वें स्थान पर है। इसके अलावा 4598 थीसिस के साथ डॉ. राम मनोहर लोहिया अवध विवि अयोध्या भी टॉप विश्वविद्यालयों में अपनी जगह बनाए हुए हैं। यहां पिछले छह महीने में काफी तेजी से काम हुआ है। चौधरी चरण सिंह विवि मेरठ से 2122 थीसिस अपलोड की गई।
*शोध एप कि क्या है ख़ासियत*
जानकारों का कहना है कि पहले शोध के नाम पर सिर्फ कॉपी पेस्ट किया जा रहा था। जिसमे नकल करके शोध की खानापूर्ति कर दी जाती थी,लेकिन एचएमआरडी ने शोध की गुणवत्ता को बढ़ाने के लिए यूजीसी ने नए साफ्टवेयर शोध गंगा एप की शुरुवात की है। जिसके अंतर्गत अब तक पूरे देश मे 476 विश्वविद्यालय द्वारा 291848 थीसिस अपलोड कर चुके हैं।
डॉ. मौलिन्दु मिश्र (पूर्व अध्यक्ष लुआक्टा) ने कहा कि अगर बात उत्तर प्रदेश कि करें तो विश्वविद्यालय में शोध में काफी बदलवाव एवं सुधार आया है, अब उ.प्र. शिक्षा की नई उचाईयों को छू रहा है जिसका श्रेय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को जाता है।