ईडी की विशेष अदालत में पिछले दिनों मुख्यमंत्री हेमंत सोरन ने प्रवर्तन निदेशालय ने रांची स्थित में स्थित विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा, बच्चू यादव, और प्रेम प्रकाश पर दाखिल आरोप पत्र में झारखंड के संथाल परगना में 1000 करोड़ से अधिक के घोटाले का खुलासा किया है।
आपको बता दें कि अवैध खनन के दौरान मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा ने करीब 42 करोड़ की अवैध संपत्ति अर्जित की गई है। ED ने इसे लेकर एक प्रेस रिलीज जारी कर जानकारी अधिकार देकर सार्वजनिक कर दिया है।
दरअसल, मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा को ED ने 19 जुलाई को गिरफ्तार किया था, तो वहीं झारखंड की सत्ता में रसूख रखने वाले प्रेम प्रकाश को ED ने 25 अगस्त को गिरफ्तार किया था और पंकज मिश्रा के खास सहयोगी और आरोपी बच्चू यादव को 4 अगस्त को गिरफ्तार किया था। तीनों ही आरोपी न्यायिक हिरासत में हैं।
प्रवर्तन निदेशालय के अनुसार मनी लॉन्ड्रिंग और अवैध खनन मामले में अब तक 47 से ज्यादा ठिकानों पर छापेमारी की जा चुकी है। इस दौरान 5.34 करोड़ रुपए नगद के साथ-साथ 13.32 करोड़ रुपए बैंक राशि के साथ ही 30 करोड़ का एक पानी का जहाज और 5 स्टोन क्रेशर, दो ट्रक भी हथियाए गए हैं।
आपको बता दें कि प्रेम प्रकाश के घर में छापेमारी के वक्त दो AK-47 रायफलों को भी बरामद किया गया है। झारखंड पुलिस ने इसे अपना बताया था।
वहीं इस मामले में BJP के प्रदेश प्रवक्ता प्रदीप सिन्हा का कहना है कि मुख्यमंत्री सोरेन और झारखंड मुक्ति मोर्चा को ज़ाहिर करना चाहिए कि झारखंड में हुए 1000 करोड़ रुपए के घोटाले को किसकी सुरक्षा मिल रही है और अवैध खनन में किस-किस का नाम शामिल है। आखिर झारखंड को क्यों लूटा जा रहा है ?