लखनऊ के गोसाईं गंज में प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष भी राम कथा का आयोजन आज सम्पन्न हुआ। प्रख्यात कथा वाचक रहे राम किंकर उपाध्याय के शिष्य उमाशंकर व्यास ने 9 दिन तक लगातार भगवान राम के जीवन से जुड़ी अनेक घटनाओं को अपनी कथा शैली से जीवंत कर दिया।
इस अवसर पर अशोक कुमार गुप्ता, सतीश जायसवाल, राजेन्द्र कुमार वर्मा (बाबू जी ) नागेश वर्मा, अमरेन्द्र वर्मा, राम बाबू गुप्ता, प्रशांत जी, सिपाही लाल यादव समेत तमाम कथा प्रेमियों का इस आयोजन को सफल बनाने में विशेष योगदान रहा।
कोरोना काल में आयोजित हुई इस कथा में सोशल डिस्टेंसिंग का युग तुलसी श्री राम कथा समिति ने विशेष ध्यान रखा। प्रवेश द्वार पर ही सेनेटाइजर रखे गए थे। जिसका प्रयोग करने के बाद ही कथा रसिकों को कथा पंडाल में प्रवेश दिया गया।
प्रख्यात कथा वाचक उमाशंकर व्यास ने भगवान राम के जीवन चरित्र को पूरी दुनिया के लिए ग्राह्य बताया। उन्होंने कहा कि हमारे जीवन में जब भी कोई विषम स्थिति पैदा हो, तब हमें रामायण की ओर देखना चाहिए। रामायण हमें हर विषम परिस्थिति से निपटने की आदर्श निदान प्रस्तुत करता है।