मऊ के पूर्व ब्लाक प्रमुख अजीत सिंह की हत्या के मामले में फरार चल रहे जौनपुर में बसपा से सांसद रहे बाहुबली धनंजय सिंह ने आज प्रयागराज के MP/MLA कोर्ट में सरेंडर कर दिया। कोर्ट ने उसे नैनी जेल भेज दिया है। धनंजय सिंह के सरेंडर में सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि उसने अजीत सिंह हत्याकांड मामले में आत्मसमर्पण नही किया बल्कि जौनपुर में पूर्व में हुई हत्या के मामले में अपनी जमानत कटवा कर उसी मामले में सरेंडर किया है। धनंजय सिंह 6 जनवरी को लखनऊ में हुई अजीत सिंह की हत्या की साजिश रचने का भी आरोपी है।
लखनऊ पुलिस ने धनंजय पर घोषित किया था इनाम -
अजीत सिंह हत्याकांड मामले में लखनऊ की कोर्ट से गैरजमानती वारंट जारी होने के बाद लखनऊ पुलिस ने धनंजय सिंह पर 25 हजार का इनाम भी रखा था। जिसके बाद उसकी संपत्ति कुर्क करने की तैयारी भी चल रही थी लेकिन इसी बीच पुलिस की आंख में धूल झोंकलर धनंजय सिंह ने आज कोर्ट में सरेंडर कर दिया। धनंजय सिंह के कहने पर ही अजीत सिंह की हत्या करने वाले शूटरों का इलाज लखनऊ के गोमती नगर विस्तार के क्षेत्र में रहने वाले एक डॉक्टर ने किया था जिसके बाद पुलिस ने उनको भी हिरासत में लिया था। जेल भेजे जाने से पूर्व कर्नलगंज पुलिस ने धनंजय का कोरोना टेस्ट भी कराया।
एक अप्रैल की होगी अगली सुनवाई -
धनंजय सिंह के मामले में अब अगली सुनवाई अब एक अप्रैल को होगी। धनंजय सिंह ने प्रयागराज की एमपी/एलएलए कोर्ट में आज दोपहर करीब 12 बजे आत्मसमर्पण किया है। अजीत सिंह हत्याकाण्ड मामले में यूपी STF की टीमें लखनऊ, हैदराबाद के अलावा गृह जनपद जौनपुर में भी उनकी तलाश में जुटी थी। अन्य जिलों की पुलिस भी संभावित स्थानों पर ताबड़तोड़ दबिश दे रही थी।
कश्मीरी टोपी और मुंह पर गमछा लपेट कर पहुँचा कोर्ट-
सिर पर कश्मीरी टोपी और मुंह पर गमछा लपेट कर धनंजय सिंह कोर्ट पहुँचा था जिसके चलते उसे कोई पहचान नही पाया। धनंजय कचहरी के मुख्य गेट से सीधे एमपी/एमएलए कोर्ट में पहुंच गया। इस दौरान किसी को इसकी भनक तक नहीं लगी। उसके दाहिने तरफ एक और पीछे दो लोग चल रहे थे। कोर्ट के बाहर पहुंचते ही यह तीनों बाहर खड़े हो गए। इसी बीच धनंजय ने वहां अपने वकील से बात की और हत्या के एक अन्य मामले में एक जमानतदार आशुतोष शर्मा की कोर्ट में लगी जमानत वापस लेकर कोर्ट में सरेंडर कर दिया।