(इनपुट - संदीप मिश्रा, लखनऊ)
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के सबसे पॉश इलाके में शामिल गौतम पल्ली में आज हुए डबल मर्डर ने पूरे शहर में सनसनी फैला दी। रेलवे के अधिकारी आरडी बाजपेई की पत्नी और बेटे की हत्या की खबर मिलते ही पूरा पुलिस प्रशासन मौके पर पहुंच गया। डीजीपी हितेश चंद्र अवस्थी ने भी घटनास्थल का मुआयना किया। लखनऊ पुलिस कमिश्नर सुजीत पांडे ने अपनी सरपरस्ती में जांच शुरू करी और 4 घंटे में घटना का खुलासा कर दिया। पुलिस की तेजी ने योगी सरकार की बड़ी फजीहत होने से बचा ली। दरसल राजधानी में हुई इस घटना की खबर मिलते ही विपक्षी पार्टियां सरकार के ऊपर हमलावर हो गई थी। सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव से लेकर विपक्ष के तमाम नेताओं ने योगी सरकार पर हमला बोलना शुरू कर दिया था। ऐसे में लखनऊ पुलिस कमिश्नर सुजीत पांडे पर जल्द से जल्द कातिल तक पहुंचने का दबाव था, इन सबके बीच अपने अनुभव के आधार पर सुजीत पांडे ने जांच शुरू करी और महज 4 घंटे में कातिल को सामने ला दिया।
बेटी ही निकली क़ातिल -
पुलिस कमिश्नर सुजीत पांडेय के मुताबिक, रेलवे अफसर आरडी बाजपेई की बेटी ने ही अपनी मां और भाई की गोली मारकर हत्या की है। उसने सोते वक्त दोनों को अपनी .22 की रायफल से गोली मारी थी। मां-भाई की हत्या के बाद उसी ने 112 पर कॉल करके पुलिस को बुलाया था। पुलिस कमिश्नर सुजीत पांडेय ने बताया, 'आरोपी लड़की ने अपनी रायफल से 5 गोलियां चलाई थीं। गन पुलिस ने कब्जे में ले ली है।इसने खुद भी पहले कई बार सुसाइड की कोशिश की है। ब्लेड से हाथ की कलाई पर कई बार खुद सुसाइड का प्रयास किया। इसके हाथ में पट्टी बंधी मिली है। युवती को गिरफ्तार कर लिया गया है। सीनियर IRTS अफसर आरडी बाजपेई की बेटी नेशनल लेवल की शूटर है'
खुद को भी खत्म करने की कर चुकी है कोशिश-
आरडी बाजपेयी की बेटी पहले भी कई बार खुद को खत्म करने की कोशिश कर चुकी है। वह मानसिक रूप से स्वस्थ नही है।लड़की के दोनों हाथों पर कटने के काफी निशान मिले है। मौके से पुलिस ने वह रेजर भी बरामद किया है जिससे लड़की ने अपने हाथ काटकर घाव किए। पूरे घटनाक्रम में उसने तीन गोलियां चलाई। पहली गोली उसने शीशे पर मारी गई इसके अलावा दूसरी और तीसरी गोली मां और भाई को मारी दी। लड़की ने वॉशरूम के शीशे पर डिस क्वालिफाइड ह्यूमन लिखा और उसी पर पहली गोली मारी।
रेलमंत्री ने की थी सीएम और डीजीपी से बात-
रेलमंत्री पीयूष गोयल ने खुद सीएम योगी आदित्यनाथ और डीजीपी से बात कर पूरे मामले का खुलासा करने को कहा था। घटना के समय आरडी बाजपेई दिल्ली में ही थे। हत्या की सूचना मिलने के बाद वह लखनऊ के लिए रवाना हो गए हैं।