पिनाका रॉकेट लांचर प्रणाली की क्षमता को बढ़ाते हुए डीआरडीओ ने शनिवार को विस्तारित रेंज पिनाका (पिनाका-ER) मल्टी बैरल रॉकेट लॉन्चर सिस्टम का पोखरण रेंज में सफलतापूर्वक परीक्षण किया गया. इस सिस्टम का डिजाइन डीआरडीओ प्रयोगशाला में तैयार किया गया है.
इस रॉकेट सिस्टम को पुणे स्थित आयुध अनुसंधान एवं विकास स्थापना (ARDE) और उच्च ऊर्जा सामग्री अनुसंधान प्रयोगशाला (HEMRL) दोनों ने मिलकर बनाया है. सफल परीक्षण के बाद इसे सेना में शामिल कर लिया गया है. ईआर पिनाका पिछले एक दशक से सेना में सेवा दे रही पिनाका का उन्नत संस्करण है. इस प्रणाली को नई टेक्नोलॉजी के साथ उभरती आवश्यकताओं को ध्यान में रखकर डिजाइन किया गया है.
खूबियों से कांप उठेगा दुश्मन
पिनाक पहले 44 सेकेंड में 12 रॉकेट दागने वाला मिसाइल लॉन्चर सिस्टम था। इसकी मारक क्षमता 38 किलोमीटर तक थी, लेकिन अपग्रेड होने के बाद यह 44 सेकेंड में ताबड़तोड़ 72 रॉकेट दाग सकता है। वहीं यह 75 किलोमीटर दूरी तक सटीक निशाना लगा सकने में भी सक्षम है।
कारगिल युद्ध में सटीक रहा था पिनाका मार्क-1
1999 के कारगिल युद्ध के दौरान भारतीय सेना ने पिनाक मार्क-1 संस्करण का इस्तेमाल किया था, जिसने पहाड़ की चौकियों पर तैनात पाकिस्तानी चौकियों को सटीकता के साथ निशाना बनाया था और युद्ध में दुश्मन को पीछे हटने के लिए मजबूर कर दिया था।